बेंगलुरु पुलिस ने डीपफेक के खतरे से निपटने के लिए शुरू की हेल्पलाइन, 1930 पर करें शिकायत

डीपफेक तकनीक का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिसमें हानिरहित मनोरंजन और कला से लेकर अधिक दुर्भावनापूर्ण गतिविधियां जैसे गलत सूचना फैलाना या जाली सामग्री बनाना शामिल है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

डीपफेक के खतरे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में फिल्म एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना इसका शिकार बनीं। ये बहुत खतरनाक और डराने वाला है। इसको देखते हुए बेंगलुरु पुलिस ने शनिवार को डीपफेक इफेक्ट के खतरे से निपटने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है। बेंगलुरु सिटी पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर घोषणा की, ''संकोच मत करो, तेजी से कार्य करो! यदि आप या आपका कोई परिचित डीपफेक का शिकार है, तो 1930 पर बेंगलुरु सिटी पुलिस से संपर्क करें। हम आपको डिजिटल धोखे से बचाने के लिए यहां हैं।''

विभाग ने एक पोस्टर भी जारी किया है। पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर कोई व्यक्ति या परिचित लोग डीपफेक कॉल का शिकार हैं तो संपर्क करें और शिकायत दर्ज कराएं।


डीपफेक तकनीक का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिसमें हानिरहित मनोरंजन और कला से लेकर अधिक दुर्भावनापूर्ण गतिविधियां जैसे गलत सूचना फैलाना या जाली सामग्री बनाना शामिल है। इसने धोखा देने और हेरफेर करने की अपनी क्षमता के कारण ध्यान और चिंता आकर्षित की है।

अभिनेत्री रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ और काजोल के डीपफेक वीडियो वायरल हो गए थे, जिससे जनता के बीच गंभीर चिंताएं पैदा हो गई थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डीपफेक वीडियो और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बारे में बात की थी और चिंता भी जताई थी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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