बैतूल: ऑपरेशन ‘तन्मय’ पर मां ने उठाए गंभीर सवाल, प्रशासन से पूछा- किसी नेता का बेटा होता तो…

बैतूल जिले के मंडावी गांव में बोरवेल में फंसे तन्मय की मां ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि तीन दिन गुजर चुके हैं और ये लोग कहते हैं कि दो-चार घंटे और। मुझे कुछ नहीं चाहिए, मेरे बेटे को निकालो।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के आठनेर ब्लाक के ग्राम मांडवी में बोरवेल में फंसे 8 साल के तन्मय साहू को बाहर निकालने की कोशिशें जारी है। ऑपरेशन तन्मय को 68 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अब तक उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है। उधर, मां का रो रोकर बुरा हाल है। 68 घंटे बाद भी प्रशासन के हाथ खाली हैं, अब ऐसे में परिवार ने ऑपरेशन को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

रेस्क्यू अभियान को लेकर तन्मय की मां ने सवाल उठाते हुए कहा है कि “कुछ भी हो, मेरा बच्चा मुझे दे दो। किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो क्या इतना समय लगता?” तन्मय की मां ज्योति साहू ने कहा कि इतना समय बीत गया और वे कुछ नहीं कह रहे हैं। मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं। तन्मय की मां ने आगे कहा कि तीन दिन गुजर चुके हैं और ये लोग कहते हैं कि दो-चार घंटे और। मुझे कुछ नहीं चाहिए, मेरे बेटे को निकालो। मैं अपने बच्चे को एक बार देखना चाहती हूं, चाहे वह कुछ भी हो, बस उसे बाहर निकालो।


आपको बता दें, तन्मय 6 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गया और अगले एक घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया। तन्मय के पिता सुनील साहू ने कहा, “मेरी 12 साल की बेटी ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा और घटना की जानकारी दी। हम तुरंत मौके पर पहुंचे। उसकी सांस चल रही थी और हमने पूछताछ करते हुए उसकी आवाज सुनी। बचाव अभियान 6 दिसंबर को शाम 6 बजे से शुरू किया गया था।”

बताया जा रहा है कि तन्मय 40 फीट की गहराई पर फंसा हुआ है। रेस्क्यू में जुटी टीम उस तक पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि अभी तक टीम के हाथ खाली ही हैं। बच्चे को निकालने के लिए बोर के समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है, लेकिन लगातार पानी आने की वजह से गड्ढे की गहराई ज्यादा नहीं बढ़ाई जा सकी है। बोरवेल के समानांतर करीब 48 फीट का गड्ढा खोदा जा चुका है। अब टनल बनाने का काम शुरू हो गया है।

कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि सुरंग बनाने का काम आड़े बोर की मशीन से किया जाएगा। यह मशीन जहां तक काम करती है, वहां तक मशीन से ही सुरंग बनेगी। बोर में बड़ी मशीनों का कंपन न हो इसलिए दूसरी मशीन लगाने का फैसला किया है। बच्चे को बाहर आने पर पहले सीएचसी आठनेर ले जाएंगे। वहां से आईसीयू शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन फिलहाल अंदर से कोई 'रेस्पॉन्स' नहीं आ रहा है।

एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बालक बोरवेल में करीब 40 फीट नीचे फंसा है। हरदा, होशंगाबाद और बैतूल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 125 से ज्यादा जवान मांडवी गांव में रेस्क्यू में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि मासूम तन्मय को कब तक निकाला जा सकेगा, इसका कोई अंदाजा नहीं है। मासूम के मां-बाप उसकी सलामती के लिए घर में पूजा-प्रार्थना कर रहे हैं। बच्चे के स्कूल के साथी भी उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।


बताया गया है कि गड्ढे में बार-बार पानी भर जाने की वजह काम प्रभावित हो रहा है। कड़े पत्थर और चट्टानों की वजह से भी खुदाई में उतनी तेजी नहीं आ पा रही है। होमगार्ड कमांडेंट एसआर अजमी ने बताया कि बच्चे तक पहुंचने के लिए 7 से 8 फीट सीधी सुरंग बनाई जाएगी। टनल बन जाने के बाद बच्चे को पैरों की तरफ से निकाला जाएगा।

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