चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी भी INDIA गठबंधन में हो सकती है शामिल, तेजी से बढ़ रही है घटक दलों की संख्या

आरएलडी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश में बीएसपी प्रमुख मायावती की साख में गिरावट के बीच चंद्रशेखर आजाद दलित मतदाताओं के बीच विपक्षी इंडिया गठबंधन की पैठ मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।

चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी भी INDIA गठबंधन में हो सकती है शामिल
चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी भी INDIA गठबंधन में हो सकती है शामिल
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नवजीवन डेस्क

देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों के इंडिया गठबंधन के घटक दलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अब खबर है कि चंद्रशेखर आजाद की भीम आर्मी भी जल्द ही विपक्षी गठबंधन में शामिल हो सकती है। उत्तर प्रदेश में दलित मतदाताओं के बीच आजाद की मजबूत पैठ मानी जाती है।

खबरों के अनुसार, राष्ट्रीय लोक दल भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आज़ाद को इंडिया गठबंधन में लाने का प्रयास कर रहा है, ताकि विपक्ष को दलित वोटों का लाभ मिल सके। आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी ने कहा कि पार्टी के निश्चित रूप से आजाद के साथ "अच्छे संबंध" हैं। भीम आर्मी विपक्षी गठबंधन ज्वाइन कर सकती है और ये जल्द ही हो सकता है।

हालांकि, उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से परहेज किया कि भीम आर्मी प्रमुख कब और कैसे विपक्षी गुट में शामिल होंगे, लेकिन कहा कि समय के साथ इंडिया गठबंधन की संख्या बढ़ी है और आने वाले दिनों में निश्चित रूप से और बढ़ेगी। आरएलडी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश में बीएसपी प्रमुख मायावती की साख में गिरावट के बीच आजाद दलित मतदाताओं के बीच विपक्ष की पैठ मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।


यूपी के सहारनपुर जिले के घडखौली गांव के रहने वाले चंद्रशेखर आजाद ने दलितों के बीच अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए दलित आइकन बी आर अंबेडकर और बीएसपी संस्थापक कांशी राम का सहारा लिया है। सूत्रों ने कहा कि अगर योजना अंतिम रूप ले लेती है तो आजाद यूपी में एसपी-आरएलडी-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बन जाएंगे।

कहा जा रहा है कि आजाद बिजनौर की आरक्षित सीट नगीना से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जहां दलितों और मुसलमानों की संख्या अधिक है। सूत्रों ने बताया कि उनका 9 अक्टूबर को नगीना में एक सार्वजनिक बैठक करने का भी कार्यक्रम है। नगीना से वर्तमान में बीएसपी के गिरीश चंद्र सांसद हैं, जिन्होंने 2019 में बीजेपी के यशवंत सिंह को 1.6 लाख से अधिक वोटों से हराकर सीट जीती थी। तब बीएसपी को गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी का समर्थन मिला था।

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