महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक पर ED की बड़ी कार्रवाई, सुबह-सुबह घर पर दबिश, पूछताछ के लिए साथ ले गई ऑफिस

एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ईडी के दायरे में आने वाले दूसरे एनसीपी मंत्री हैं। इससे पहले पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 1 नवंबर, 2021 को एजेंसी ले जाया गया था और फिर उन्हें अगली सुबह गिरफ्तार कर लिया गया था। वह अब तक ईडी की हिरासत में हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक के घर पर बुधवार सुबह करीब 6 बजे पहुंची और उन्हें पूछताछ के लिए अपने ऑफिस ले आई। ईडी के अधिकारियों की एक टीम मलिक से पूछताछ कर रही है, जिन्होंने हाल के दिनों में पूर्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई प्रमुख समीर वानखेड़े और ईडी के खिलाफ कई खुलासे किए थे।

एनसीपी के अधिकारियों के अनुसार नवाब मलिक से 17 साल पहले कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड की संपत्ति के कथित सौदे को लेकर पूछताछ की जा रही है, जो फरार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के कुछ करीबी सहयोगियों के स्वामित्व में है। इस मुद्दे को पहली बार नवंबर 2021 में भारतीय जनता पार्टी के विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उजागर किया था, लेकिन मलिक ने इसे 'एक तिल का पहाड़ बनाना' करार दिया था।

नवाब मलिक को एजेंसी के अधिकारियों द्वारा ले जाने के तुरंत बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, राज्य अध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल, सांसद सुप्रिया सुले, प्रवक्ता विद्या चव्हाण, विधायक रोहित पवार, शिवसेना सांसद संजय राउत और किसान नेता किशोर तिवारी और अन्य ने शिवसेना-एनसीपी नेताओं को 'चुनिंदा' तौर पर निशाना बनाने के लिए ईडी की खिंचाई की।


एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ईडी के दायरे में आने वाले दूसरे एनसीपी मंत्री हैं। इससे पहले पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 1 नवंबर, 2021 को एजेंसी ले जाया गया था और फिर उन्हें अगली सुबह गिरफ्तार कर लिया गया था। वह अब तक ईडी की हिरासत में हैं।

पिछले हफ्ते, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई में भगोड़े माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर और उसके रिश्तेदारों से जुड़ी कुछ संपत्तियों पर छापा मारा था। पांच दिन पहले ईडी ने डॉन के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कासकर को उसके खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

हालांकि, बीजेपी के विधायक अतुल भटकलकर और राम कदम ने कहा कि पार्टी ने मलिक और माफिया डॉन के बीच एक कथित व्यापारिक सौदे का पूरा ब्योरा पहले ही सौंप दिया है।
भटकलकर ने मांग की थी कि अगर जांच में मलिक के व्यापारिक सौदे साबित होते हैं या एनसीपी नेता माफिया के लिए 'मोर्चे' के रूप में काम करते पाए जाते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

हालांंकि, केंद्रीय एजेंसी की ओर से पहले ही इस तरह की कार्रवाई की आशंका जताते हुए नवाब मलिक ने कहा था कि जब भी ईडी के अधिकारी आएंगे, तो मैं उनका स्वागत करूंगा।

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