महादेव एप के आरोपी का बड़ा दावा, कहा- मुझे फंसाया जा रहा, ED ने अंग्रेजी में लिखे बयान पर कराया हस्ताक्षर

अल्वी ने बताया कि दास ने जेल से ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखा था और इसकी प्रतियां 17 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य उच्च अधिकारियों को भी भेजी गईं। पत्र में कहा गया है कि उसे महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में फंसाया जा रहा है

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महादेव सट्टेबाजी ऐप मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल, गिरफ्तार आरोपी असीम दास ने विशेष कोर्ट में कहा कि उसने कभी भी किसी नेता को धन नहीं पहुंचाया, उसे फंसाया जा रहा है। बता दें कि नकदी पहुंचाने के आरोप का सामना असीम दास और पुलिस आरक्षक भीम सिंह यादव कर रहे हैं।

असीम दास के वकील शोएब अल्वी ने बताया है कि सुनवाई के बाद कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत सात दिन के लिए बढ़ा दी। अल्वी ने बताया कि दास ने जेल से ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखा था और इसकी प्रतियां 17 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य उच्च अधिकारियों को भी भेजी गईं। पत्र में कहा गया है कि उसे महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में फंसाया जा रहा है और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उसे अंग्रेजी में लिखे बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया जिस भाषा को वह नहीं समझता है।

दास ने कहा है, 'मैंने कभी भी किसी नेता या कार्यकर्ता को धन या कोई अन्य सहायता नहीं दी है।' ईडी ने तीन नवंबर को दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और नकदी पहुंचाने के आरोपी दास द्वारा दिए गए एक बयान से 'चौंकाने वाले आरोप' सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और यह जांच का विषय है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने आरोप से इनकार किया था और बीजेपी पर विधानसभा चुनाव में हार की आशंका में ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था।

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