बिहार चुनावः महागठबंधन ने जारी किया ‘तेजस्वी प्रण’, हर परिवार में सरकारी नौकरी का कानून लाने का वादा
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों को सरकार नहीं, बल्कि बिहार बनाना है। यह दलों और दिलों का प्रण है। एक-एक घोषणा दिल से लिया गया प्रण है। एक-एक प्रण को प्राण झोंककर पूरा करना पड़े तो भी हम लोग इसे पूरा करेंगे। हम लोग बिहार को विकसित बनाना चाहते हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने मंगलवार को पटना में अपना संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस घोषणा पत्र का नाम 'बिहार का तेजस्वी प्रण' रखा गया है। घोषणा पत्र में सरकार बनने के 20 दिन के भीतर ही हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का विधेयक लाने और बिहार में वक्फ संशोधन कानून पर रोक लगाने समेत कई वादे किए गए हैं।
पटना में विपक्षी गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, उप मुख्यमंत्री पद के चेहरा और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, सीपीआई के राज्य सचिव राम नरेश पांडे और कई अन्य नेताओं की मौजूदगी में यह चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों को सरकार नहीं, बल्कि बिहार बनाना है। यह खुशी की बात है कि हम सभी मिलकर संकल्प पत्र प्रस्तुत कर रहे हैं। यह हम लोगों का प्रण है। यह दलों और दिलों का प्रण है। एक-एक घोषणा दिल से लिया गया प्रण है। एक-एक प्रण को प्राण झोंककर पूरा करना पड़े तो भी हम लोग इसे पूरा करेंगे। हम लोग बिहार को विकसित बनाना चाहते हैं।
तेजस्वी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ बाहरी शक्तियां बिहार को उपनिवेश बनाना चाहती हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी नेता और कुछ भ्रष्ट अधिकारी उन्हें पुतला बनाकर रखे हुए हैं। इस चुनाव के बाद बीजेपी उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। इस बार छल-कपट की नीति नहीं चलेगी। हम लोग सभी चीजों पर नजर बनाए हुए हैं। तेजस्वी कहा कि हम लोगों को बिहार बनाना है और उन्हें बिहार पर कब्जा जमाना है। बिहार के लोग परिवर्तन के लिए बेकरार हैं। इस बार जनता नौकरी-रोजगार वाली सरकार चाहती है।
इस मौके पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले सीएम फेस घोषित किया और सबने मिलकर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया। इससे यह स्पष्ट है कि कौन बिहार के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि बिहार 20 सालों में पीछे चला गया है। उसे वापस पटरी पर लाना है। उन्होंने कहा कि इस घोषणा पत्र में उन सभी मुद्दों को शामिल किया गया है, जिससे बिहार को विकसित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र हर वर्ग और समाज से जुड़ा हुआ है।
इस मौके पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा कि हमने बिहार के सामने आज अपना 'संकल्प पत्र' रखा है। हम सभी लोग बिहारवासियों की उम्मीद पर खरा उतरेंगे और सभी संकल्पों को पूरा करेंगे। राज्य की जनता हमारे साथ है। महागठबंधन की सरकार एक नया बिहार बनाएगी और जनता से किए वादों को निभाएगी।
सीपीआई (एमएल) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि मेनिफेस्टो कमेटी ने बिहार के लोगों से चर्चा कर 'संकल्प पत्र' तैयार किया है। महागठबंधन के संकल्प पत्र में हर उन मुद्दों को शामिल किया गया, जिन पर बिहार के किसान, युवा, कर्मचारी, दिव्यांग अपनी मांग रख रहे हैं। हर वर्ग की मांगों को ध्यान में रखते हुए संकल्प पत्र तैयार हुआ है। हमने जो वादे किए हैं, उसे पूरा करेंगे और सरकार बनते ही हम इस पर काम शुरू देंगे।
सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय ने कहा कि आज के पवित्र दिन हमने बिहार का मेनिफेस्टो जारी किया है। ये घोषणापत्र बिहार के संपूर्ण परिवर्तन के लिए संकल्पित है। हमने बिहार में बेरोजगारों को नौकरी और भूमिहीनों को जमीन देने का प्रण लिया है। हम सरकार बनने के साथ ही इन संकल्पों को पूरा करने की ओर आगे बढ़ जाएंगे।
सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि हम पिछले 20 साल से नीतीश कुमार की सरकार में कुशासन से भरे एक बदहाल बिहार को देख रहे हैं। नीतीश सरकार हर मोर्चे पर असफल हुई है। ऐसे में बिहार की जनता ने बदलाव का मूड बना लिया है। हमें पूरा विश्वास है कि एक नई सरकार आएगी और बिहार बदलेगा। इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने कहा कि बिहार बहुत जल्द बदलने वाला है। प्रदेश एक नौजवान मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहा है, जो अपने विजन के साथ ये घोषणापत्र लाया है। ये सिर्फ मेनिफेस्टो नहीं, बिहार के बदलाव का प्रण है।