बिहार चुनावः अब नतीजे की बारी, कल सुबह 8 बजे शुरू होगी मतगणना, नीतीश बचा लेंगे कुर्सी या तेजस्वी को मिलेगा ताज?
पूरे राज्य के साथ देश भर की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या बिहार में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रिकॉर्ड पांचवां कार्यकाल हासिल कर पाएंगे या तेजस्वी यादव बीजेपी और जेडीयू को पछाड़कर नया इतिहास लिखने में कामयाब हो पाएंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब बस कुछ ही घंटे बचे हैं। कल 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से राज्य के 46 काउंटिंग सेंटरों पर मतगणना शुरू होगी। जिसके बाद साफ हो जाएगा कि क्या बिहार में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रिकॉर्ड पांचवां कार्यकाल हासिल कर पाएंगे या तेजस्वी यादव बीजेपी और जेडीयू को पछाड़कर राज्य को युवा नेतृत्व देने में कामयाब हो पाएंगे।
सुबह 8 बजे शुरू होगी वोटों की गिनती
इस बीच राज्य में मतगणना की तैयारी जारी है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, राज्य के 38 जिलों में बनाए गए कुल 46 काउंटिंग सेंटरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आयोग के मुताबिक, वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी। किसी विशेष स्थिति में रिटर्निंग ऑफिसर के आदेश पर समय में परिवर्तन किया जाएगा। काउंटिंग की शुरुआत बैलेट पेपर और ईटीपीबीएस यानी इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम से होगी। इसके आधे घंटे बाद ईवीएम की गिनती शुरू होगी। फिर दोनों साथ चलता रहेगा। लेकिन, जब तक बैलेट पेपर की गिनती पूरी नहीं हो जाती तब तक ईवीएम की गिनती खत्म नहीं की जाएगी।
रिकॉर्ड 67% से अधिक वोटिंग हुई
इससे पहले बिहार में दो चरणों में हुए मतदान में पहली बार रिकॉर्ड 67% से अधिक वोटिंग हुई है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत 9% ज्यादा रहा है। 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए चुनाव में राज्य के 7.45 करोड़ मतदाताओं ने 2,616 उम्मीदवारों का भाग्य तय किया था। पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीट पर हुए मतदान में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। वहीं 11 नवंबर को दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर 69.12 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में पहली बार इतनी ज्यादा वोटिंग हुई है। वहीं इस बार राज्य की महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले में 9 फीसदी अधिक मतदान किया है।
दोनों चरणों में कुल 2616 उम्मीदवार
पहले चरण में पटना, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, भोजपुर और बक्सर की सीटों पर हुए मतदान में 3 करोड़ 75 लाख से अधिक मतदाताओं ने 1314 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला किया। वहीं दूसरे चरण में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, कैमूर और रोहतास में हुए मतदान में 3,70,13,556 मतदाताओं ने 1302 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला किया।
दोनों चरणों को मिलाकर बात करें तो इस चुनाव में एनडीए की ओर से बीजेपी के 101, जेडीयू के 101, एलजेपी (रामविलास) के 29, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के 6 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 6 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होना है। जबकि महागठबंधन की ओर से इस चुनाव में आरजेडी के 144, कांग्रेस के 61, सीपीआई माले के 20, वीआईपी के 13, सीपीएम के 4 और सीपीआई के 9 सहित इंडियन इंकलाब पार्टी (आईआईपी) के उम्मीदवार का भविष्य मतदाता तय करेंगे।
बीजेपी के इन दिग्गजों की साख दांव पर
दिग्गजों की बात करें तो इस चुनाव में एनडीए में मुंगेर के तारापुर में उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी, दरभंगा की अलीनगर सीट पर बीजेपी की मैथिली ठाकुर, लखीसराय में बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा, दरभंगा के जाले से बीजेपी नेता जीवेश मिश्रा, दरभंगा से बीजेपी नेता संजय सरावगी, गया टाउन से बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार, कटिहार सीट से तारकिशोर प्रसाद, बेतिया से बीजेपी की रेणू देवी और छातापुर से बीजेपी नेता नीरेज कुमार सिंह ‘बबलू’ की प्रतिष्ठा दांव पर है।
जेडीयू के इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
इसी तरह जेडीयू की बात करें तो महनार में जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, सरायरंजन से विजय कुमार चौधरी, पटना के मोकामा से जेडीयू के बाहुबली अनंत सिंह, सुपौल सीट से जेडीयू के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव, धमदाहा से जेडीयू की लेशी सिंह, फुलपरास से शीला मंडल और चैनपुर से जमा खान की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
महागठबंधन के इन दिग्गजों पर रहेगी नजर
वहीं, आरजेडी के पारंपरिक गढ़ राघोपुर से महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव, छपरा में आरजेडी से भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, सीवान की रघुनाथपुर सीट से दिवंगत शहाबुद्दीन के बेटे और आरजेडी नेता ओसामा शहाब, कटिहार जिले की कदवा सीट से कांग्रेस के शकील अहमद खान, बलरामपुर से सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के महबूब आलम और औरंगाबाद के कुटुंबा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम की साख दांव पर लगी है। वहीं महुआ सीट से जनशक्ती जनता दल के तेज प्रताप यादव की भी अग्निपरीक्षा है।
पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2020 के चुनाव में एनडीए को 125 और इंडिया गठबंधन को 111 सीटों पर जीत मिली थी। अब सबकी निगाहें मतों की गिनती पर टिकी हैं कि इस बार दोनों गठबंधनों में से कौन किस पर भारी पड़ता है। अब कल मतगणना के साथ साफ हो जाएगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रिकॉर्ड पांचवां कार्यकाल हासिल कर पाएंगे या तेजस्वी यादव बीजेपी और जेडीयू को पछाड़कर नया इतिहास लिखने में कामयाब होंगे।
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