बिहार चुनाव: तेजस्वी बोले- 30 सेकंड में खत्म हुआ NDA का घोषणा पत्र, संकल्प पत्र नहीं, जारी करना चाहिए था माफीनामा
तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह से घोषणा पत्र पेश किया गया, उससे यह साफ झलकता है कि एनडीए के पास जनता के सामने रखने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए के घोषणा पत्र पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एनडीए का घोषणा पत्र कार्यक्रम महज 30 सेकंड में खत्म हो गया। मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) को शायद यह भी नहीं पता था कि घोषणापत्र में लिखा क्या है। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, "घोषणा पत्र की जगह एनडीए को बिहार की जनता से 'माफीनामा' जारी करना चाहिए था।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह से घोषणा पत्र पेश किया गया, उससे यह साफ झलकता है कि एनडीए के पास जनता के सामने रखने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के युवाओं, किसानों और गरीबों से जो वादे पहले किए गए थे, उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ। ऐसे में नए वादों का कोई अर्थ नहीं रह जाता।
दुलारचंद हत्याकांड पर भी बोले तेजस्वी यादव
मोखामा में दुलारचंद यादव की हत्या पर भी तेजस्वी यादव ने गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए, लेकिन बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। तेजस्वी ने कहा, "हैरानी की बात है कि कोई व्यक्ति हथियारों और 40 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ खुलेआम घूम रहा था। यह सब कैसे संभव हुआ? चुनाव आयोग कहां है? प्रशासन क्या कर रहा है?"
तेजस्वी ने यह भी कहा कि इस मामले में चश्मदीद गवाह मौजूद हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इन अपराधियों को संरक्षण कौन दे रहा है। उन्होंने कहा, "ये लोग ‘जंगल राज’ की बात करते हैं, लेकिन बिहार की जनता सब देख रही है।"
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से इस पूरे मामले पर स्वयं संज्ञान लेने की मांग की।
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