बिहार चुनाव: समस्तीपुर में सड़क किनारे हजारों वीवीपैट पर्चियां मिलीं, बवाल मचने पर दो अफसर सस्पेंड, FIR दर्ज

आरजेडी ने कहा कि समस्तीपुर के सरायरंजन में भारी संख्या में वीवीपैट पर्चियां मिलीं। कब, कैसे, क्यों और किसके इशारे पर पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है?

समस्तीपुर में सड़क किनारे हजारों वीवीपैट पर्चियां मिलीं, बवाल मचने पर दो अफसर सस्पेंड, FIR दर्ज
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नवजीवन डेस्क

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद शनिवान को समस्तीपुर जिले के सरायरंजन में सड़क किनारे हजारों की संख्या में वीवीपैट की पर्चियां मिलने पर विवाद खड़ा हो गया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद डीएम ने मौके पर पहुंचकर सभी पर्चियां कब्जे में ले लीं और मामले में एफआईआर दर्ज कर दो अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया है।

इस घटना को लेकर आरजेडी ने सवाल उठाए हैं। आरजेडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में भारी संख्या में वीवीपैट पर्चियां मिलीं। कब, कैसे, क्यों और किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है?"

समस्तीपुर जिला प्रशासन में उस समय हड़कंप मच गया, जब सूचना मिली कि सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के गुड़मा गांव में कूड़े के ढेर में हजारों की संख्या में वीवीपैट पर्चियां पड़ी हैं। मामले का वीडियो वायरल होने पर पटना से दिल्ली तक चुनाव आयोग में भी हड़कंप मच गया। इसके बाद जिला प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं।

चुनाव आयोग के आदेश पर समस्तीपुर के जिलाधिकारी-सह-निर्वाचन पदाधिकारी रौशन कुशवाहा और पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। विधानसभा के प्रत्याशियों को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद, प्रशासनिक टीम ने वीवीपैट की पर्चियों को अपने कब्जे में लिया और आगे की कार्रवाई शुरू की।


जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने बताया कि सूचना मिली कि सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में डिस्पैच सेंटर के पास वीवीपैट की पर्चियां कूड़े के ढेर में पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचा और प्रत्याशियों की मौजूदगी में उन पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया। इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दो अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच और निलंबन की अनुशंसा की गई है। यह टेक्निकल मामला है और जांच के बाद सभी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कमीशनिंग के दौरान मॉक पोल भी होता है। लगभग 5 प्रतिशत मशीनों पर एक हजार का मॉक पोल होता है, जिसमें उम्मीदवारों की कमीशनिंग के समय भी हर बटन को दबाकर सिंबल की जांच की जाती है।

समस्तीपुर के एसपी ने बयान जारी कर कहा, "शनिवार को सरायरंजन थाना के अंतर्गत ग्राम-गुड़मा में कूड़े की ढेर से कुछ कटी और बिना कटी हुई चुनाव संबंधी तथाकथित पर्चियां मिलने का मामला प्रकाश में आया। विभिन्न दलों के प्रत्याशियों की मौजूदगी में सभी पर्चियों को जब्त कराया गया। यह स्थान सरायरंजन विधानसभा स्थित डिस्पैच सेंटर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है।" उन्होंने आगे कहा, "इस घटना के संदर्भ में सरायरंजन थाना में प्राथमिकी दर्ज कर जरूरी कार्रवाई कराई जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से लापरवाही बरतने वाले कर्मियों को निलंबित किया जा रहा है।"

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