बिहार: पटना में छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, कई घायल, TRE‑4 से पहले STET की मांग कर रहे थे छात्र
छात्रों के मुताबिक, सरकार पिछले डेढ़ साल से किसी भी STET का आयोजन नहीं कर रही है। ऐसे में दो सत्र के लगभग 5 लाख छात्र इस परीक्षा नहीं दे पाए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि सरकार उन्हें छलना और ठगना चाहती है।

बिहार की राजधानी पटना में बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। छात्रों की मांग है कि TRE-4 परीक्षा को सथगित किया जाए और पहले के STET 2024 एग्जाम कराए जाए। छात्र पटना की सड़कों पर उतर आए हैं और जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रों का यह आंदोलन पटना विश्वविद्यालय के के पास शुरू हुआ। प्रदर्शनकारी छात्रों की हाथों में तख्तियां थीं। छात्र TRE-4 से पहले STET 2024 के एग्जाम कराने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि बिना STET के TRE-4 एग्जाम सिर्फ एक छलावा हैं।
छात्रों का कहना था कि वे गांधी मैदान से होते हुए डाक बंगला चौराहा और फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास तक जाएंगे। लेकिन ऐसा करने से पहले पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका और फिर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में कई छात्रों को चोटें आई हैं।
छात्रों के मुताबिक, सरकार पिछले डेढ़ साल से किसी भी STET का आयोजन नहीं कर रही है। ऐसे में दो सत्र के लगभग 5 लाख छात्र इस परीक्षा नहीं दे पाए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि सरकार उन्हें छलना और ठगना चाहती है।
प्रदर्शनकारियों की मांग क्या है?
TRE-4 एग्जाम से पहले STET 2024 का आयोजन हो
योग्य अभ्यर्थियों को बराबरी के मौके मिलें
शिक्षा विभाग भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता हो
छात्रों के मुताबिक, जो 2023-24 के छात्र हैं, उनको अब तक मौका नहीं मिला है। ऐसे में TER-4 का क्या ही मतलब है। छात्रों ने कहा कि हम सिर्फ पात्रता की मांग कर रहे हैं। हमारी मांग सरकारी नौकरी की नहीं है। उन्होंने कहा कि अब जब सरकार ने डोमिसाइल की मांग मान ली है तो STET देने में क्या परेशानी है।