‘सुशासन बाबू’ के राज में धर्म-जाति के आधार पर वैशाली में लग रही छात्रों की पाठशाला, डीएम ने की पुष्टि

बिहार के वैशाली के डीएम ने कहा कि यह मामला हायर सेकेंडरी स्कूल का है। उन्होंने कहा कि जांच में यह बात सही पाया गया है कि छात्रों के सेक्शन का बंटवारा उनके धर्म और जाति के आधार पर किया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार के वैशाली में धर्म और जाति के नाम पर छात्रों के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है। यहां के लालगंज के हायर सेकेंडरी स्कूल में सेक्शन का बंटवारा छात्रों के धर्म और जाति के आधार पर किया गया है। इस बात की पुष्टि भी हो गई है। खुद यहां के डीएम ने इस बात की पुष्टि की है। खबर सामने आने के बाद हर कोई हैरान है। स्कूल प्रबंधन की कड़ी आलोचना हो रही है। साथ ही प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

वहीं डीएम ने कहा, “यह मामला हायर सेकेंडरी स्कूल का है। जांच में यह बात सही पाया गया है कि छात्रों के सेक्शन का बंटवारा उनके धर्म और जाति के आधार पर किया गया है” डीएम ने कहा कि आरोप सही साबित होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी को आरोपी प्रिसिंपल के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

इस स्कूल को 1932 में स्थापित किया गया था। लोगों का कहना है कि स्कूल में छात्रों के साथ काफी लंबे समय से धर्म और जाति के नाम पर भेदभाव किया जा रहा था। ऐसे में सावल खड़े किए जा रहे हैं कि क्या इस बात की प्रशासन को जानकारी नहीं थी?

शिक्षा व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार और शिक्षा बोर्ड पहले से ही सवालों के घेरे में है। इससे पहले फर्जी टॉपर छात्रों को लेकर नीतीश सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। बाद में आरोपियों छात्रों को गिरफ्तार किया गया था। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी राज्य के शिक्षा व्यवस्था में कोई बदलवा देखने को नहीं मिल रहा है।

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Published: 20 Dec 2018, 1:07 PM