बिलासपुर भूस्खलन: 5 महिलाओं समेत 15 लोगों के शव बरामद, 2 को बचाया गया, हादसे की कहानी स्थानीय लोगों की जुबानी
स्थानीय निवासी पवन शर्मा ने कहा कि हमने पहले भी देखा है कि यह स्थान संवेदनशील है। 8 दिन पहले भी भूस्खलन हुआ था। विभाग ने मलबे को आंशिक रूप से ही हटाया था।

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम को हुए भीषण भूस्खलन में एक निजी बस मलबे में दब गई। इस दुर्घटना में 15 लोगों की जान चली गई। इनमें 5 महिलाएं भी शामिल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में सभी 15 शव बरामद कर लिए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने यह जानकारी दी है।
कब हुआ हादसा?
मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे भूस्खलन हुआ और बस मलबे की चपेट में आ गई।
यह हादसा बिलासपुर के झंडूता क्षेत्र के बालुरघाट इलाके में तब हुआ, जब बस यहां से गुजर रही थी।
बस सुबह के समय मालाड़ी से मारोटन मार्ग पर चलती थी। बस सुबह 8:45 बजे मालाड़ी से चलती थी। दिन में दो-दो बार इस रूट पर यात्रा करती थी।
स्थानीय निवासी पवन शर्मा ने कहा, "हमने पहले भी देखा है कि यह स्थान संवेदनशील है। 8 दिन पहले भी भूस्खलन हुआ था। विभाग ने मलबे को आंशिक रूप से ही हटाया था।"
राजकुमार कौशल, एक अन्य निवासी ने कहा कि रेस्क्यू दलों ने दो जीवित पीड़ितों को बचाया है।
बचाव और राहत कार्य
NDRF अधिकारी ने पुष्टि की है कि सभी 15 शव बरामद कर लिए गए हैं।
उप मुख्यमंत्री डॉ. जगत सिंह नेगी ने यह जानकारी दी कि मृतकों में 5 महिलाएं शामिल हैं।
दुर्घटना स्थल पर बचाव दल, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तत्काल शुरू किया।
सुरक्षा चुनौतियां और चेतावनी
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह स्थान "भूस्खलन जोखिम क्षेत्र" है।
यहां पहले से मलबा था, जिसे पूरी तरह नहीं हटाया गया था। स्थानीय निवासी पवन शर्मा ने कहा कि यहां मलबा हटाने का अधूरा काम किया गया था, जिससे जोखिम बना रहा।
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