BJP के लिए वाटरलू साबित होगा वक्फ बिल, अपनी नाकामियां छिपाने के लिए इस बिल को लाई मोदी सरकार: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ की जमीन लेकर बीजेपी अपने लोगों को दे देना चाहती है। ये सरकार बिल अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ही लाई है।

लोकसभा में वक्फ बिल को लेकर चर्चा हो रही है। चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने भी इस बिल का विरोध किया और कहा कि हम इसके विरोध में वोट करेंगे। अखिलेश यादव ने वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि बड़ी आबादी के लिए एक और बिल आया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो एक्स कांग्रेस वाले हैं, वो ज्यादे बोल रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि जो बिल पेश हुआ है, उसको जितना समझ पा रहा हूं, मंत्री जी ने कहा कि उम्मीद है ये। हिंदी या अंग्रेजी में भी नहीं समझ पा रहा हूं कि उम्मीद है ये- यूनिफाइड वक्फ। अखिलेश ने कहा कि ये बिल लाया जा रहा है, बीजेपी में ये मुकाबला चल रहा है कि खराब हिंदू कौन बड़ा है। जो पार्टी ये कहती हो कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाए अभी तक। बीजेपी क्या है।
अखिलेश ने कहा कि इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिलेश जी ने हंसते-हंसते कहा है, हंसते-हंसते ही जवाब दे रहा हूं। आपको पांच लोगों में ही अध्यक्ष चुनना है, परिवार से। हमें करोड़ों लोगों में से चुनना है तो समय लगता है। मैं कहता हूं आप अभी 25 साल तक अध्यक्ष हो जाओ। इस पर अखिलेश ने कहा कि नाकामी का ये पर्दा है वक्फ बिल। एक ये बहुत तैयारी के साथ फैसला लेकर आए थे कि आधी रात के बाद नोट नहीं चलेंगे। उस नोटबंदी नाकामी के बारे में भी तो चर्चा हो जाए कि अभी भी जाने कितना रुपया निकल के आ रहा है। नाकामी बेरोजगारी, महंगाई, किसान की आय दोगुनी नहीं कर पाए, उसकी भी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार चुनाव में इस बार मैं भी देखूंगा कि कितनी महिलाओं को टिकट दे रहे हैं आप। बीजेपी जब भी कोई नया बिल लाती है, अपनी नाकामी छिपाती है। प्रयागराज महाकुंभ में कितने हिंदू मारे गए, इस पर पर्दा डालने के लिए ये बिल लाए हैं। मैं भी स्वीकार करता हूं कि रेलवे की जमीन, डिफेंस की जमीन भी भारत की है। क्या डिफेंस और रेलवे की जमीन नहीं बेची जा रही है। कितना हस्तक्षेप है। वक्फ की जमीन से मंत्री जी बताएं कि बड़ा मुद्दा वो जमीन है जिस पर चीन ने अपने गांव बसाए लिए हैं। कोई बाहरी खतरे पर सवाल न कर दे, इसलिए ये बिल लाया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ मुसलमानों का है और बिल पर उन्हीं की बात नहीं सुनी जा रही है। बीजेपी एक अलोकतांत्रिक पार्टी है और विरोध को ही ताकत समझती है। जब करोड़ों लोग इस बिल के खिलाफ हैं, इसे लाने की जरूरत क्या है। वोट में जब से गिरावट आई है, उसे संभालने के लिए ये बिल लाया गया है। वक्फ की जमीन लेकर बीजेपी अपने लोगों को दे देना चाहती है। बीजेपी चाहती है कि मुस्लिम उद्वेलित हो और ध्रुवीकरण का मौका मिले। उनको पता है कि ध्रुवीकरण होगा तो वे लाभ उठाने में आगे रहेंगे। इसके लिए नहीं लाया गया तो पहले के फैसलों से क्या देश में कोई बड़ा बदलाव आ गया। डर तो ये लगता है कि कहीं बीजेपी वाले दूसरों के यहां पैसा रखकर न पकड़वा दें। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ बिल बीजेपी की नफरत का एक और अध्याय है। राजनीति क्या है, हमने आपका हाथ पकड़ा और हम कहां आ गए। आप हमारा हाथ छुड़ाकर वहां चले गए। अखिलेश यादव ने तंज करते हुए कहा कि ये बिल बीजेपी के लिए वाटरलू साबित होगा। सपा इस बिल का विरोध करती है और वोट पड़ेगा तो हम इसके खिलाफ वोट डालने जा रहे हैं। गौरतलब है कि वाटरलू युद्ध में महाविजेता नेपोलियन भी हार गया था।
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