कर्नाटक निकाय चुनाव में BJP को झटका, कांग्रेस को बड़ी जीत, सुरजेवाला बोले- लोगों ने विभाजनकारी एजेंडे को दिया जवाब

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे कर्नाटक के लोगों के मूड को दर्शाते हैं। यह कांग्रेस और राज्य के लोगों की जीत है। न केवल ग्रामीण, बल्कि शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी पार्टी को अपना समर्थन दिया है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कर्नाटक निकाय चुनाव में सत्तरूढ़ बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। चुनाव परिणाम में कांग्रेस ने आधी से ज्यादा सीटें जीतकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। चुनाव नतीजों पर खुशी जताते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने ध्रुवीकरण कर विभिन्न मुद्दों पर ध्यान भटकाने की कोशिश की, लेकिन जनता ने बैलेट के जरिए उसका जवाब दिया है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता और प्रदेश प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "कांग्रेस ने 58 शहरी स्थानीय निकायों में बड़ी संख्या में सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है। इसने सत्तारूढ़ बीजेपी के 435 के मुकाबले 500 वार्ड जीते हैं। जद (एस) की जीत केवल 45 वार्डो तक सीमित रही।" उन्होंने कहा कि वोट शेयर भी राज्य में बीजेपी की लोकप्रियता में भारी गिरावट का संकेत देता है। कांग्रेस का वोट शेयर 42.06 प्रतिशत तक आया, जबकि बीजेपी और जेडी (एस) के लिए यह क्रमश: 36.9 प्रतिशत और 3.8 प्रतिशत रहा।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "धर्मातरण विरोधी कानून और मंदिरों के प्रबंधन जैसे गढ़े हुए मुद्दे ऐसे नहीं हैं, जिन्हें लोग अपने मुद्दे मानते हों। प्रगतिशील कन्नडिगों को एहसास है कि ऐसे मुद्दे किसी और की नहीं, बल्कि विभाजनकारी ताकतों की सेवा के लिए हैं। झूठी और भ्रष्ट बोम्मई सरकार विकास और प्रगति के लिए अभिशाप है।"

सुरजेवाला ने कहा, "स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस को दिए गए आशीर्वाद, दूरदर्शिता दिखाने और विश्वास जताने के लिए पार्टी सभी कन्नड़ भाइयों और बहनों के प्रति गहरा आभार प्रकट करती है। पार्टी यहां पहुंचे सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए विशेष प्रशंसा दर्ज करती है, जो जनता के लिए और पार्टी की जीत के मार्गदर्शक प्रकाश हैं।"


चुनाव परिणामों पर राज्य में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने दावा किया कि यह परिणाम दिखाता है कि लोग भाजपा सरकार से निराश हैं। उन्होंने कहा कि नतीजों ने दिखाया है कि धनबल से चुनाव नहीं जीता जा सकता। सिद्धारमैया ने कहा, "राज्यभर में स्थानीय निकायों की 1,187 सीटों के लिए हुए चुनावों में कांग्रेस ने 500 से अधिक सीटें जीती हैं और भाजपा 434 सीटें जीतने में सफल रही है और जद (एस) ने 45 सीटें जीती हैं। 100 से अधिक स्थानीय निकायों ने खंडित जनादेश दिया है। राज्य में कांग्रेस के प्रति एक लहर है।"

कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे कर्नाटक के लोगों के मूड को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस और राज्य के लोगों की जीत है। न केवल ग्रामीण लोगों, बल्कि शहरी क्षेत्रों के लोगों ने भी पार्टी को अपना समर्थन दिया है।" उन्होंने कहा, "लोगों ने हम पर विश्वास जताया है और हम भविष्य में उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।"


चुनाव नतीजों से सीएम बोम्मई को एक झटका लगा, क्योंकि कांग्रेस बांकापुरा नगर पालिका जीतने में कामयाब रही, जो हावेरी जिले के शिग्गावी निर्वाचन क्षेत्र में आती है, जिसका वह प्रतिनिधित्व करते हैं। कांग्रेस ने 14 वार्डो में, भाजपा ने 7 और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इसी तरह हावेरी तालुक का गुट्टाला नगर निगम भी कांग्रेस के खाते में गया।
विजयपुरा जिले में 6 नगर निगमों में से तीन में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। विजयपुरा जिला भाजपा का गढ़ माना जाता है। बेलगावी जिले में भी भाजपा चुनाव में जीत हासिल करने में नाकाम रही है और कांग्रेस को बढ़त मिली है।

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