सुशांत केस की जांच करने मुंबई पहुंचे बिहार पुलिस के ‘सिंघम’ को बीएमसी ने जबरदस्ती क्वारंटीन किया

सुशांत केस की जांच करने के लिए बिहार सरकार द्वारा मुंबई भेजे गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को बीएमसी ने जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया है। बिहार के डीजीपी ने बताया था कि वे सुशांत केस की जांच की निगरानी करेंगे।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत से जुड़े मामले की जांच को आगे बढ़ाने और मुम्बई पुलिस के साथ बेहतर तालमेल बनाने के लिए मुम्बई भेजे गए बिहार पुलिस के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई पहुंचते ही बीएमसी ने जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया है। वे आज शाम ही मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि वह मुम्बई पुलिस के साथ तालमेल बनाने के साथ-साथ जांच को भी आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।


क्वारंटनी करने के लिए बीएमसी ने आईपीएस विनय तिवारी के हाथ पर मोहर लगा दी है। इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में विनय तिवारी ने कहा कि वे अपनी सरकार के आदेश पर मुंबई आए थे सुशांत केस की जांच करने, लेकिन उन्हें क्वारंटीन करने का आदेश दे दिया गया है और वे इसका पालन करेंगे। हालांकि मुंबई पुलिस और बीएमसी के इस रवैये पर लोगों ने सवाल उठाना शुरु कर दिए हैं।

मुम्बई हवाई अड्डे पर पत्रकारों से मुखातिब 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी तिवारी से जब यह पूछा गया कि क्या उनका मुम्बई आना बिहार और मुम्बई पुलिस के बीच खराब कोआर्डिनेशन का नतीजा है तो उन्होंने कहा कि एसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि किसी भी जांच की एक प्रक्रिया होती है और उसी प्रक्रिया के तहत उन्हें यहां भेजा गया है।

तिवारी ने कहा, "एसा नहीं है कि कोआर्डिनेशन नहीं हो रहा था। ऐसा कतई नहीं कहा जा सकता। बीते एक सप्ताह से हमारी टीम यहां काम कर रही है। चूंकी जांच की एक प्रक्रिया होती है और उसका अगला स्टेप सुपरविजन होता है। इसके लिए किसी सीनियर अफसर को आना होता है को उसी क्रम में मुझे यहां भेजा गया है ताकी मैं अपनी टीम के साथ मीटिंग करूं और जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकूं।"

उल्लेखनीय है कि बिहार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को सबसे पहले आईएएनएस को बताया कि पटना नगर (मध्य) के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुम्बई के लिए रवाना हो चुके हैं।

साल 2019 में पटना सेंट्रल के सिटी एसपी बनाए गए तिवारी से जब यह पूछा गया कि क्या आपका यहां आने का मतलब यह निकाला जाए कि बिहार पुलिस सुशांत मामले की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार करने के करीब तो उन्होंने इससे इंकार किया।

तिवारी ने कहा, "ऐसा बिल्कुल नहीं है। जांच की अपनी एक प्रक्रिया होती है और हम लोग इस बात से सहमत हैं कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"

बिहार पुलिस को अब तक सुशांत मामले में कोई भी मेडिको-लीगल डाक्यूमेंट नहीं मिल सका है। क्या इन दस्तावेजों का नहीं मिल पाना बिहार पुलिस की जांच में आड़े आ सकता है। इस पर तिवारी ने कहा, "केस से जुड़े जितने भी डाक्यूमेंट हैं। वह पाना हमारा काम है और इसी लिए हमारी टीम भी यहां आई हुई है। मैं भी इसीलिए आया हूं और हम पूरा प्रयास करेंगे कि हमारे केस से संबंधित सारे डाक्यूमेंट हमें मिल जाएं।"

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