बिहार में बदलाव निश्चित, मजबूती से लड़ेगी कांग्रेस, निर्वाचन आयोग निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे: सचिन पायलट
सचिन पायलट ने कहा कि आज बिहार में आर्थिक हालात खराब हो चुके हैं। उन्होंने सरकार के वादों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें अपने वादों पर जवाब देना होगा। बिहार में जिस तरह के आर्थिक संकट खड़े हुए हैं, उसकी जवाबदेही केंद्र के साथ नीतीश सरकार की भी है।

बिहार की राजधानी पटना में चल रही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में बदलाव निश्चित है और हम पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पायलट ने कहा कि निर्वाचन आयोग को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन पूरी मजबूती से चुनाव लड़ रहा है और आगे और भी मजबूत होगा।
पटना में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने दावा किया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' बहुत सफल रही और उसे बिहार से अपार जनसमर्थन मिला। पायलट ने कहा, "बिहार में बदलाव निश्चित है... निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बिहार और सभी राज्यों में चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हों।" उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में कांग्रेस नेतृत्व और सभी नेता पूरी ताकत लगाएंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी जितनी भी कोशिश कर ले, हमारा गठबंधन मजबूत था, है और आगे और भी होगा।
सचिन पायलट ने बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक में बिहार के मुद्दों पर चर्चा हुई। आज बिहार में आर्थिक हालात खराब हो चुके हैं। उन्होंने सरकार के वादों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें अपने वादों पर जवाब देना होगा। बिहार में जिस तरह के आर्थिक संकट खड़े हुए हैं, उसकी जवाबदेही केंद्र के साथ नीतीश सरकार की भी है।
सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि लगभग हर आर्थिक नीति पर बीजेपी का दोहरा रवैया रहा है और जीएसटी इसका एक उदाहरण है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने जीएसटी के स्लैब को कम किया है, जबकि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पिछले आठ साल से जीएसटी में बदलाव की मांग कर रही थी। अपनी गलती को सुधारने में केंद्र सरकार को आठ साल लग गए, जिसे ये रिफॉर्म की संज्ञा दे रहे हैं और अपनी ही पीठ थपथपा रहे हैं।
सचिन पायलट ने जातीय जनगणना की चर्चा करते हुए कहा कि जब राहुल गांधी जातिगत जनगणना की बात करते थे तो पूरी बीजेपी उनका विरोध करती थी, लेकिन उन्होंने लगातार कहा कि जातिगत जनगणना से ही लोगों को उनकी भागीदारी मिल पाएगी और नीति निर्माण हो सकेगा। आज बीजेपी की सरकार को जातिगत जनगणना की मांग के आगे झुकना पड़ा।
बिहार की स्थिति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में पेपर लीक हो रहे हैं, धांधली हो रही है। ऐसे में जब युवा अपना भविष्य अंधकार में देखकर सड़कों पर आए, तो उन्हें लाठियों से पीटा गया। भाजपा के नेता लोगों को लुभाने के लिए अलग-अलग तरह के वादे कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो रहा। पायलट ने दावा किया कि बिहार में आर्थिक संकट के लिए राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है।
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