छत्तीसगढ़: बघेल सरकार ने शानदार तरीके से मनाया बोरे-बासी तिहार, आम से लेकर खास सभी ने चखा सेहत से भरा ये आहार

छत्तीसगढ़ में श्रमिकों ने बोरे-बासी खाया और अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह हमारा परंपरागत छत्तीसगढ़ी भोजन है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है और कड़ी धूप में काम करने की शक्ति देता है।

बोरे-बासी भोजन का आनंद लेते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल।
बोरे-बासी भोजन का आनंद लेते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल।
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नवजीवन डेस्क

अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में बोरे-बासी तिहार मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सभी मंत्रियों और संसदीय सचिवों ने बोरे-बासी खाया और सोशल मीडिया पर अपनी फोटो अपलोड की। उस दिन पूरे दिन सोशल मीडिया पर बोरे-बासी ट्रेंड में रहा। मुख्यमंत्री बघेल ने लोगों से इसे बढ़ावा देने की अपील की थी, जिसके बाद बोरे-बासी तिहार को राज्यभर में अलग-अलग अंदाज में मनाया गया।

राज्य के हर हिस्से में मजदूरों से लेकर अफसरों ने अपने तरीके से इस तिहार को मनाया। कवर्धा में मनरेगा योजना अंतर्गत कार्य करने वाले ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर एक साथ बोर-बासी खाकर एक दूसरे को श्रमिक दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यो में ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। कार्य के दौरान सभी श्रमिकों ने बोरे-बासी खाया और अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह हमारा परंपरागत छत्तीसगढ़ी भोजन है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है और कड़ी धूप में काम करने की शक्ति देता है।


कोरबा में राजस्व, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जनप्रतिनिधियों के साथ बोरे बासी खाकर श्रम वीरों का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि बासी में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। साथ ही यह गर्मी में तेज धूप एवं गर्म हवाओं से शरीर का रक्षा करती हैं। संसदीय सचिव और विधायक विनोद चन्द्राकर ने अपने निवास पर ही बोरे बासी का स्वाद लिया।

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में मनरेगा में कार्य करने वाले श्रमिक से लेकर गांव के किसानों, बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों एवं महिलाओं में बोरे-बासी तिहार को लेकर खुशी एवं उत्साह रहा। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक मोहला-मानपुर इंद्रशाह मंडावी, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग तेजकुंवर नेताम, जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य संजय जैन, पूर्व विधायक भोलाराम साहू आदि ने बोरे-बासी खाकर लोगों को शुभकामनाएं दी।


राजनांदगांव में अनूठे अंदाज में जिलेवासियों ने बोरे-बासी तिहार मनाया। कुछ खट्टी, कुछ मीठी खास बोरे-बासी उत्सव का सुरूर मयारू राजनांदगांववासियों पर छाया रहा। हर किसी ने अपने-अपने अंदाज में यह तिहार मनाया। इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू और उनकी पत्नी जयश्री साहू, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भुवनेश्वर बघेल, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, महापौर हेमा देशमुख, राजगामी सम्पदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक ने बोरे-बासी खाया।

बोरे-बासी तिहार को खास बनाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से कई तैयारियां की गई थीं। छत्तीसगढ़ में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित और लोक कलाकार भी इसमें शामिल हुए। वहीं संस्कृति विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के गढ़कलेवा में बोरे-बासी तिहार का आयोजन किया गया। इस दौरान पद्मश्री सम्मान से सम्मानित मदन सिंह चौहान, भारती बन्धु, कला अकादमी के अध्यक्ष योगेन्द्र त्रिपाठी, आदिवासी लोक कला अकादमी के अध्यक्ष नवल शुक्ल, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य और अन्य कलाकारों ने बोरे-बासी खाकर श्रमिकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। 


जगदलपुर शहर के बोधघाट स्थित जीरो वेस्ट सेंटर में बोरे-बासी तिहार का आयोजन किया गया। तिहार में संसदीय सचिव रेखचन्द जैन, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, महापौर सफीरा साहू, नगर पालिका अध्यक्ष कविता साहू समेत कई लोगों ने सेंटर में काम करने वाले श्रमिक महिला स्वं सहायता समूह के सदस्य ने बोरे बासी खाकर प्रदेश के श्रमिकों का सम्मान किया।

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