छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने ED पर बीजेपी के अधीन काम करने का लगाया आरोप, एजेंसी कार्यालय के सामने करेगी प्रदर्शन
दीपक बैज ने यह भी दावा किया कि राज्य पुलिस उन पर जासूसी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र को कुचलने के लिए किस हद तक जा सकती है, इसका इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय पर भारतीय जनता पार्टी के अनुषांगिक संगठन के रूप में काम करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस शनिवार को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में एजेंसी का पुतला जलाएगी। साथ ही बैज ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस 3 मार्च को रायपुर में ईडी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन भी करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी के अधिकारी हाल ही में रायपुर में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय 'राजीव भवन' आए थे और सुकमा जिले के सुकमा और कोंटा में पार्टी कार्यालयों के निर्माण का विवरण मांगते हुए एक समन सौंपा था। उन्होंने कहा कि समन के जवाब में, राज्य कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू एजेंसी द्वारा मांगी गई जानकारी प्रदान करने के लिए गुरुवार को रायपुर के ईडी कार्यालय गए थे। यह बेहद आपत्तिजनक है कि गैदू को जबरन घंटों ईडी कार्यालय में बैठाया गया। अगर ईडी को कुछ अतिरिक्त जानकारी चाहिए थी तो वह लिखित में मांग सकती थी।
दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यालयों के निर्माण में इस्तेमाल किए गए एक-एक रुपये का हिसाब देगी। ईडी बीजेपी के अनुषांगिक संगठन की तरह काम कर रही है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। ईडी द्वारा गैंदू से पूछे गए सवालों से साफ पता चलता है कि ईडी का इरादा उन्हें परेशान करना था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एजेंसी ने उनकी (गैंदू की) निजी और पारिवारिक संपत्तियों का ब्योरा क्यों मांगा है।
उन्होंने कहा, ''हमारे पार्टी कार्यालयों का निर्माण हमारे कार्यकर्ताओं की मदद से एकत्र धन से किया गया है। इसका पूरा ब्योरा हमारे पास है। हमारे सुकमा राजीव भवन की कुल लागत लगभग 65 लाख रुपये है। कोंटा में पार्टी कार्यालय के निर्माण की लागत लगभग 20 लाख रुपये है, जो अभी पूरा होना है। निर्माण का पूरा भुगतान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चेक के माध्यम से किया है। हर एक खर्च का ऑडिट किया गया है।''
बैज ने आगे पूछा कि यदि कांग्रेस कार्यालयों के निर्माण की जांच हो सकती है तो बीजेपी कार्यालयों की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए। अगर ईडी में हिम्मत है, तो वह जांच करें कि बीजेपी के कुशाभाऊ ठाकरे कार्यालय (रायपुर में प्रदेश बीजेपी कार्यालय) के निर्माण के लिए पैसा कहां से आया, जिसे 150 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है?
उन्होंने कहा कि रायपुर में ही बीजेपी ने कार्यालय एकात्म परिसर के लिए एक रुपये (प्रति वर्ग फीट) की दर से जमीन खरीदी थी। एकात्म परिसर को व्यावसायिक परिसर में बदल दिया गया है, जहां से बीजेपी 1.5 करोड़ रुपये किराए के रूप में कमा रही है। क्या ईडी इसकी जांच करेगी? उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस ने ईडी की तानाशाही कार्रवाई के खिलाफ लड़ने का फैसला किया है।
बैज ने कहा कि शनिवार को सभी जिला मुख्यालयों में केंद्रीय एजेंसी के पुतले जलाए जाएंगे जबकि तीन मार्च को यहां ईडी कार्यालय के सामने एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। बैज ने यह भी दावा किया कि राज्य पुलिस उन पर जासूसी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र को कुचलने के लिए किस हद तक जा सकती है, इसका इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज ने आरोप लगाया कि बीजेपी जिला पंचायत और जनपद पंचायत निकायों के अध्यक्ष के चुनाव को प्रभावित करने के लिए कांग्रेस के नवनिर्वाचित जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्यों को डराने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है।
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