चीन लगातार युद्ध की तैयारी कर रहा है और यहां सरकार सो रही है: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि कोई भी चीन पर सवाल नहीं पूछ रहा है। उन्होंने कहा कि चीन ने 2 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर 20 भारतीय जवानों को शहीद किया, अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीट रहा है, लेकिन मीडिया खामोश है और एक भी सवाल नहीं पूछ रही है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने पर राहुल गांधी ने शुक्रवार को जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि चीन लगातार युद्ध की तैयारी कर रहा है, जबकि भारत सरकार इसे समझने के बजाय सोई हुई है। राहुल गांधी ने एक कहा कि हमारी सरकार चीन की तैयारियों की जानकारी छिपा रही है। भारत सरकार रणनीतिक रूप से काम नहीं करती है, यह एक घटना के आधार पर काम करती है। जब भू-राजनीति की बात आती है, तो वहां घटनाएं काम नहीं करती हैं। विदेश मंत्री के बयान आते रहते हैं, लेकिन उन्हें अपनी समझ को और गहरा करने की जरूरत है।

राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह कहते हुए आश्चर्य व्यक्त किया कि कोई भी चीन पर सवाल नहीं पूछ रहा है। उन्होंने कहा कि चीन ने 2 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर 20 भारतीय जवानों को शहीद किया, अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीट रहा है, लेकिन मीडिया खामोश है और एक भी सवाल नहीं पूछ रही है। हालांकि बाद में मीडिया द्वारा उठाए गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार सोई हुई है, चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है।

गुजरात के चुनाव परिणाम पर राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के चुनाव जीतने के कई कारण हैं। उनके पास बहुत पैसा है, वे लोगों को धमकाते हैं। हम ऐसा नहीं करते हैं और हमारे पास ये संसाधन नहीं हैं। हमारे पास इतना पैसा नहीं है। बीजेपी के सत्ता में आने का एक और कारण यह है कि वह नफरत फैलाते हैं, वह देश को विभाजित करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सोच साफ है। जिस दिन कांग्रेस समझ जाएगी कि वह क्या है, उस दिन कांग्रेस हर चुनाव जीत जाएगी। क्षेत्रीय दल के पास देश का विजन नहीं है। क्षेत्रीय दल जाति, वर्ग, राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।


कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी में कोई तानाशाही नहीं है। कांग्रेस में बयानबाजी होती रहती है और छोटी-मोटी चर्चा होती रहती है, जो अच्छी बात है। राजस्थान ही नहीं, दूसरे राज्यों में भी ऐसा होता है। सामान्य विचारधारा यह है कि यदि पार्टी के लोग बोलना चाहते हैं, तो उन्हें डरा-धमकाकर चुप नहीं कराया जाना चाहिए।

यह पूछे जाने पर कि अगला चुनाव किसके नेतृत्व में होगा राहुल गांधी ने इस सवाल को टाल दिया और कहा कि यह सवाल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा जाना चाहिए। वह अध्यक्ष हैं, मैं नहीं। राजनीतिक बगावत पर तीन नेताओं को नोटिस के बाद असमंजस के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि असमंजस की कोई स्थिति नहीं है। पार्टी में ऐसा होता रहता है।

राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा से उन्हें निजी तौर पर काफी फायदा हुआ है। मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है। जनता से मेरी थोड़ी दूरी थी, वो खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि नेताओं और जनता के बीच खाई पैदा हो गई है। मैंने सोचा कि जनता और नेता के बीच की खाई खत्म होनी चाहिए। यह दर्द की खाई है। यात्रा का उद्देश्य भी जनता के दर्द को समझना था। मुझे जनता का बहुत प्यार मिला है, मैं आपको समझा नहीं सकता। हमारी यात्रा राजनीति करने का एक और तरीका है। यह गांधीजी का तरीका है और इसे राजस्थान में सबसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से लेकर राजस्थान तक एक बात समझ में आ गई है कि हमारे कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है, लोग कांग्रेस पार्टी को प्यार करते हैं।

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