उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलाई बैंड में बादल फटने से भीषण तबाही, 8-9 मजदूर लापता, तलाशी अभियान जारी
डीएम आर्य ने बताया कि यमुनोत्री मार्ग भी प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि बादल फटने के बाद से पूरे इलाके में बचाव और तलाशी अभियान जारी है। लापता मजदूरों को ढूंढा जा रहा है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड में बादल फटने से भारी तबाही मची है। उत्तरकाशी डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि निर्माणाधीन होटल साइट क्षतिग्रस्त होने के बाद वहां रह रहे 8 और 9 मजदूर लापता हो गए।
डीएम आर्य ने बताया कि यमुनोत्री मार्ग भी प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि बादल फटने के बाद से पूरे इलाके में बचाव और तलाशी अभियान जारी है। लापता मजदूरों को ढूंढा जा रहा है।
शनिवार मध्यरात्रि 12 बजे के बाद हुई घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिवादन बल समेत अन्य एजेंसियों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
बड़कोट के थाना प्रभारी दीपक कठेत ने बताया कि सड़क निर्माण में लगे कुछ मजदूर तंबू लगाकर वहीं रह रहे थे और बादल फटने के दौरान तेज सैलाब आने पर वे बह गए हैं।
उन्होंने बताया कि आठ से नौ लोगों के लापता होने की खबर है जिनकी खोजबीन के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। यह सभी मजदूर नेपाली मूल के बताए जा रहे हैं।
बादल फटने के बाद से सिलाई बैंड के अलावा यमुनोत्री राजमार्ग दो से तीन अन्य जगहों पर भी बंद है जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम खोलने के प्रयास में जुटी है। वहीं, ओजरी के पास सड़क संपर्क टूट गया है।
जिला आपदा नियंत्रण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, लगातार बारिश के कारण यमुना नदी का भी जलस्तर बढ़ा हुआ है जबकि स्यानाचट्टी में भी कुपड़ा कुंशाला त्रिखिली मोटर पुल खतरे में आ गया है।
जानकारी में कहा गया है कि कुथनौर में भी अतिवृष्टि तथा बादल फटने के कारण स्थानीय ग्रामीणों की कृषि भूमि को नुकसान पहुंचने की सूचना है और खेतों में मलबा भर गया है। हांलांकि, कुथनौर मे फिलहाल किसी प्रकार की कोई जनहानि या पशुहानि की सूचना नहीं है।
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