बिहार उपचुनाव में आरजेडी और कांग्रेस के बीच बनी सीटों पर सहमति

तेजस्वी यादव ने बताया कि उपचुनाव में उनकी पार्टी अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी, जबकि भभुआ विधानसभा सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

बिहार में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के उपचुनाव में सीटों को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच सहमति बन गई है। बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी से मुलाकात के बाद आरजेडी के नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि दोनों पार्टियों के बीच उपचुनाव की सीटों को लेकर सहमति बन गई है। तेजस्वी ने पत्रकारों को बताया कि उपचुनाव में उनकी पार्टी अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी, जबकि भभुआ विधानसभा सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा।

इस दौरान तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का भी ऐलान कर दिया। तेजस्वी ने बताया कि अररिया लोकसभा सीट से मोहम्मद सरफराज अहमद पार्टी के उम्मीदवार होंगे। सरफराज अहमद अररिया के दिवंगत सांसद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं। इससे पहले वह जेडीयू में थे और जोकिहाट विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। पिछले साल सितंबर महीने में तस्लीमुद्दीन के निधन की वजह से अररिया सीट खाली हो गई थी। उपचुनाव की घोषणा के बाद सरफराज अहमद ने विधानसभा सीट के साथ जेडीयू की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था।

वहीं जहानाबाद विधानसभा सीट से आरजेडी ने सुदय यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुदय यादव जहानाबाद के पूर्व विधायक मुंद्रीका यादव के बेटे हैं, जिनके निधन की वजह से यह सीट खाली हुई है।

हालांकि, सीटों पर सहमति बन जाने के बावजूद कांग्रेस ने अभी अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। यह सीट बीजेपी विधायक आनंद भूषण पांडे के निधन से खाली हुई है। प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा है कि बहुत जल्द इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

दोनों ही नेताओं ने उपचुनाव की सभी सीटों पर जीत का दावा करते हुए कहा कि उपचुनाव में नहीं लड़ने का जेडीयू के फैसले से स्पष्ट है कि नीतीश कुमार की पार्टी को हार का डर है। वहीं तीनों सीटों के उपचुना व में नहीं लड़ने के फैसले के बाद एनडीए के बाकी दलों में सीट की सहमति को लेकर अबी भी घमासान जारी है। एनडीए में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी और केंद्रीय मंत्री और रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लगातार जहानाबाद की सीट को लेकर दबाव बनाए हुए हैं। विधानसभा सीटों पर पेंच फंसे होने के अलावा बीजेपी को अररिया लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार तय करने में भी मशक्कत हो रही है। पिछले चुनाव में इस सीट से पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।

बिहार में अररिया लोकसभा सीट समेत जहानाबाद और भभुआ विदानसभा सीटों पर 11 मार्च को चुनाव होने हैं, जबकि 14 मार्च को मतों की गिनती के बाद नतीजों का ऐलान होगा। इसके साथ ही यूपी की दो लोकसभा सीटों पर भी 11 मार्च को ही चुनाव होना है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia