किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस का बीजेपी पर हमला, पूछा- भाजपाई सल्तनत को विरोध की आवाज से डर क्यों लगता है!

किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि आखिर भाजपाई सल्तनत को विरोध की आवाज़ों से डर क्यों लगता है।

फोटो : विपिन
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नवजीवन डेस्क

केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ देशभर के लाखों किसान सड़कों पर हैं। लाखों की तादाद में किसान हरियाणा सीमा से दिल्ली में आने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इन काले कानून के खिलाफ अपनी आवाज केंद्र सरकार तक पहुंचा सकें, लेकिन दिल्ली की सीमाओं को सील कर उनके विरोध के अधिकार को भी कुचला जा रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र और बीजेपी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि आखिर "भाजपाई सल्तनत को विरोध की आवाज़ से डर क्यों लगता है?" कांग्रेस ने आगे कहा है कि, "दिल्ली को किसान ने बनाया है। दिल्ली उसकी है...उसको पहले भी किसी ने दिल्ली आने से नहीं रोका। फिर भाजपा में घबराहट क्यों है?"

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंन एक ट्वीट में कहा कि, "PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है। सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती। मोदी सरकार को किसानों की माँगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे। ये तो बस शुरुआत है!"


इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी बीजेपी की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की। शरेगिन ने कहा, "बीजेपी देश के किसानों के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी और जनरल डायर की तरह व्यवहार कर रही है।" कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसानों पर बल प्रयोग और अत्याचार किया जा रहा है। शेरगिल ने ट्वीट किया, "लाल गुलाब से इनका स्वागत करने की बजाय बीजेपी बेशर्मी से हमारे किसानों का लाल खून बहा रही है, भाजपा जिम्मेदार नहीं बल्कि जालिम सरकार है , ये किसानों की नहीं बेईमानों की सरकार है।"

इस बीच घंटों के संघर्ष और किसानों के साथ बातचीत के बाद दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दे दी। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों को दिल्ली केबुरारी में निरंकारी मैदान में ले जाया जाएगा। ईश सिंघल पीआरओ दिल्ली पुलिस ने कहा, किसान नेताओं के साथ चर्चा के बाद, प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली के अंदर बुरारी के निरंकारी मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई है। दिल्ली पुलिस उनसे शांति बनाए रखने की अपील करती है।


आंदोलनकारी किसानों का इससे पहले दिल्ली-हरियाणा सीमा पर पुलिस के साथ झड़प हुई जिसके बाद हल्के लाठीचार्ज किए गए। सिंघू और टिकरी सीमाओं से किसानों को खदेड़ने के लिए पानी की बौछारें की गई और आंसू गैस के गोले दागे गए। विरोध के चलते सिंघू सीमा, टिकरी सीमा और दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम लग गया। दिल्ली पुलिस हरियाणा की सीमाओं से प्रदर्शनकारी किसानों को बुरारी ले जाने के लिए उचित व्यवस्था करेगी।

छह राज्यों - पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और केरल के कुछ 500 किसान संगठनों ने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की है।

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