गुपकर पर अमित शाह ने बोला सरासर झूठ, केंद्र और बीजेपी कर रहे झूठी बयानबाजी- कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अंग्रेजों के गुलाम और पिट्ठू दलों के लोग शायद न तो देश और न ही तिरंगे के लिए कुर्बानी का जज्बा समझ सकते हैं। कांग्रेस पार्टी यह कभी स्वीकार नहीं करेगी कि राष्ट्र की अस्मिता, अखंडता या तिरंगे को कोई आंच पहुंचाए।

फोटोः सोशल मीडिया
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आसिफ एस खान

जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक दलों के बीच हुए गुपकार गठबंधन को लेकर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किए गए हमलों का कांग्रेस ने करारा जवाब दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना और नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गया है। शर्म की बात तो यह है कि देश के गृहमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर और लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक और शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस किसी भी तरह से गुपकार गठबंधन का हिस्सा नहीं है और न ही कांग्रेस पीएजीडी में शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ रही है, ताकि बीजेपी का ‘जनविरोधी चेहरा’ देश के सामने बेनकाब हो सके। उन्होंने कहा कि भारत की सरजमीं से चीन को वापस खदेड़ने और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की जिम्मेदारी निभाने की बजाय अनर्गल बयानबाजी ही अमित शाह और मोदी सरकार के मंत्रियों का रोज का आदत बन गया है।

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कड़े शब्दों में अमित शाह और मोदी सरकार के मंत्रियों के आचरण की निंदा करती है और याद दिलाती है कि जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को लेकर उनका आचरण ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ जैसी कहावत जैसा है। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार और उसके मंत्रियों की खोयी हुई याददाश्त को दुरुस्त करने की आवश्यकता है, ताकि सही तथ्य जान लें।

सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ‘गुपकार अलायंस’ या ‘पीपुल्स एसोसिएशन फॉर गुपकार डिक्लरेशन’ (पीएजीडी) का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के लिए कुर्बानी और बलिदान की परिपाटी कांग्रेस के नेतृत्व ने अपने लहू से लिखी है। महात्मा गांधी जी, श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री राजीव गांधी सरीखे नेताओं की देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने की परंपरा सबको याद है। आजादी के बाद भी उग्रवाद और आतंकवाद से लड़ते हुए हजारों कांग्रेसजनों ने जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में कुर्बानियां दीं। सरदार बेअंत सिंह, श्री नंद कुमार पटेल, श्री विद्याचरण शुक्ल, श्री महेंद्र कर्मा और हजारों कांग्रेसजन देश के लिए कुर्बान हो गए, जिन पर हमें नाज़ है।”

उन्होंने आगे कहा, “अंग्रेजों के गुलाम और पिट्ठू दलों के लोग शायद न तो देश और न ही तिरंगे के लिए कुर्बानी का जज्बा समझ सकते हैं। कांग्रेस पार्टी यह कभी स्वीकार नहीं करेगी कि राष्ट्र की अस्मिता, अखंडता या तिरंगे को कोई आंच पहुंचाए। न ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर सहित भारत के आंतरिक मामलों में कभी कोई विदेशी दखलंदाजी स्वीकार की है और न ही करेगी। 70 वर्षों तक भारत का गौरवशाली इतिहास कांग्रेस के इस संकल्प का गवाह है।”

सुरजेवाला ने कहा, “शायद अमित शाह और मोदी सरकार को राष्ट्रभक्ति का नया पाठ पढ़ने की आवश्यकता है, क्योंकि उनके पितृ संगठन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने तो देश का तिरंगा ही आजादी के 52 साल तक आरएसएस मुख्यालय पर नहीं लहराया था।” उन्होंने पूछा, “अमित शाह यह भी बताएं कि जिस पीडीपी की वो आलोचना कर रहे हैं, उसके साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने सरकार का गठन क्यों किया था?”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “अमित शाह यह भी बताएं कि बीजेपी सरकार जम्मू-कश्मीर की जेल से कुख्यात आतंकवादी, मौलान मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद ज़रगर और अहमद उमर सईद शेख को अफगानिस्तान और पाकिस्तान रिहा करके क्यों आई थी और क्या यही आतंकी 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के जिम्मेदार नहीं थे?”

सुरजेवाला ने पूछा, “अमित शाह यह भी बताएं कि उन्होंने पाकिस्तान की उग्रवादियों की पोषक आईएसआई को पठानकोट एयरबेस हमले की जांच के लिए न्यौता देकर भारत क्यों बुलाया था और अमित शाह ने आईएसआई में विश्वास क्यों जताया था? अमित शाह यह भी बताएं कि साल 2016 में कुख्यात आतंकवादी दाउद इब्राहिम की बीवी खुलेआम मुंबई जाकर वापस पाकिस्तान कैसे लौट गई और इसकी इजाजत किसने दी?”

कांग्रेस नेता ने कहा, “अमित शाह यह भी बताएं कि बीजेपी के महाराष्ट्र के एक मंत्री के तथाकथित टेलीफोन पर दाउद इब्राहिम से वार्ता के बाद उसे पद से क्यों हटाया था यदि यह सही था, तो मुकदमा दर्ज कर जांच क्यों नहीं की गई? पूरे मामले को रफा दफा क्यों किया गया? अमित शाह यह भी बताएं कि पीडीपी-बीजेपी सरकार के समय उस सरकार के चहेते मसरत आलम को अप्रैल, 2015 में कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा लहराने और भारत विरोधी नारे लगाने की इजाजत कैसे दी थी? अमित शाह यह भी बताएं कि पीडीपी-बीजेपी सरकार में आसिया अंद्राबी को सरकार का बेटी बचाओ का चेहरा कैसे बनाया, जिसने फिर पाकिस्तान जाकर मसूद अजहर उग्रवादी के साथ भारत विरोधी प्रदर्शन किया?”

रणदीप सुरजेवाला ने अंत में एक बार फिर कहा, ‘‘कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में प्रजातांत्रिक चुनाव की पक्षधर है और इसी उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ रही है, ताकि बीजेपी का जनविरोधी चेहरा प्रजातांत्रिक तरीके से बेनकाब हो सके।’’

बता दें कि पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) समेत जम्मू-कश्मीर के विभिन्न दल शामिल हैं। इस गठबंधन ने संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की है, जो पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देता था।

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Published: 17 Nov 2020, 8:34 PM