मोदी सरकार में ‘जय जवान-जय किसान’ बना ‘लूट किसान-पीट किसान, जुल्म करना बीजेपी सरकार का चरित्र: कांग्रेस

कांग्रेस नेता रणदीप सुरेजवाला ने कहा कि मंगलवार को किसानों पर लाठियां, आंसू गैस के गोले और वॉटर कैनन चला रही मोदी और योगी सरकारों ने रातों-रात एक बार फिर किसानों को ‘झूठे वादों की टोकरी’ पकड़ा दी ताकि आंदोलन खत्म हो जाए।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कांग्रेस ने कड़ी निंदा की है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार की हकीकत उद्योगपतियों के खजाने को भरना है और किसानों पर लाठीचार्ज करना है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार किसान मुक्त भारत का निर्माण करने में लगी है। सुरेजवाला ने कहा कि ‘जय जवान- जय किसान’ नारा मोदी सरकार में ‘लूट किसान-पीट किसान’ बन गया है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को किसानों पर लाठियां, आंसू गैस के गोले और वॉटर कैनन चला रही मोदी और योगी सरकारों ने आनन-फानन में रातों-रात एक बार फिर किसानों को ‘झूठे वादों की टोकरी’ पकड़ा दी ताकि आंदोलन खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि ‘राजनैतिक लॉलीपॉप’ और ‘वादों के विश्वासघात’ के सहारे बीजेपी सरकारें कब तक भोले किसानों को छलती रहेंगी। समय आ गया है कि मोदी जी देश के अन्नदाता को जवाब दें।

उन्होंने कहा, “गांधी जयंती पर एक तरफ किसानों पर लाठियां बरस रही थी, तो दूसरी तरफ मात्र 9 लाख का कर्जा न चुका पाने पर हरियाणा के भिवानी के किसान रणबीर सिंह ने जेल की सलाखों के पीछे दम तोड़ दिया। शायद गांधी जयंती पर यह सबसे दर्दनाक घटना थी।” उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी ने कहा था कि आजाद भारत में किसानों के साथ न्याय नहीं हुआ तो करोड़ों जाग्रत किंतु भूखे रहने वाले किसान देश में ऐसी गड़बड़ी मचा देंगे कि एक बलशाली हुकूमत की फौजी ताकत भी उसे नहीं रोक सकेगी।”

उन्होंने कहा, “किसान का सीना छलनी करती गोलियां और शरीर पर घाव देती लाठियां आज पूरे देश में मोदी सरकार के जुल्मों की निशानी बन गए हैं। चाहे वह मध्य प्रदेश के मंदसौर में आधा दर्जन किसानों को पुलिस फायरिंग में मौत के घाट उतारना हो या फिर गुजरात के दाहोद में बेकसूर किसान को पुलिस की गोलियों से भूनना हो। इसके अलावा राजस्थान के चौमूं और श्रीगंगानगर और महाराष्ट्र के औरंगाबाद में निहत्थे गन्ना किसानों पर गोलियां चल चुकी हैं।

मोदी सरकार और बीजेपी शासित राज्यों में किसानों पर हो रहे जुल्म के बारे में में जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा, “सितम्बर 2018 में राजस्थान के श्रीगंगानगर-पदमपुर मार्ग पर अपनी मांग रखने वाले किसानों पर बीजेपी ने बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठियां और गोलियां चलाईं थी।” उन्होंने कहा, “अप्रैल, 2018 में गुजरात के भावनगर में 4 हजार एकड़ अधिगृहित जमीन का मुआवजा मांगने वाले 10 हजार से अधिक किसानों को राहत की बजाय उनके ऊपर लाठीचार्ज किया था।

उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार में देश का किसान परेशान है। भयंकर सूखे की मार झेल रहे तमिलनाडु के किसानों ने साल 2017 में दो महीने तक जंतर-मंतर और प्रधानमंत्री निवास पर प्रदर्शन किया था। इस दौरान किसानों ने मल-मूत्र पीकर विरोध दर्ज कराया था।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने कुछ खास उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल, 2014 से अप्रैल, 2018 के बीच मोदी सरकार ने चुनिंदा उद्योगपतियों का 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी ‘लागत +50 फीसदी मुनाफा’ का वादा कर सत्ता की सीढ़ी चढ़ गए थे। सवाल यह है कि आज यह वादा ‘जुमला’ क्यों बन गया है? सवाल यह है कि देश के अन्नदाता 62 करोड़ किसानों की ‘कर्जमुक्ति’ के लिए मोदी सरकार कन्नी क्यों काट रही है?”

वहीं अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जब से मोदी सरकार आयी है किसानों की आत्महत्या बढ़ी है।

इस दौरान पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों का बुरा हाल है, सरकार न जीने देती है न मरने देती है। आज किसानों का 10,000 करोड़ रूपए उत्तर प्रदेश की मिलों पर बकाया है। उन्होंने कहा कि किसान की दिक्कत यह है कि फसल कम होती है तो खेत में रोता है और ज्यादा होती है तो बाजार में रोता है।

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