एनएमएमएल का नाम बदलने पर कांग्रेस का PM पर हमला, कहा- फिर भी नेहरू की विरासत जीवित रहेगी

PM पर निशाना साधते हुए जयराम रमेश ने कहा, "मोदी भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं के बोझ तले दबे हुए हैं, खासकर जब देश के पहले और सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री की बात आती है। उनके पास नेहरू को नकारने, विकृत करने, बदनाम करनेका एक सूत्री एजेंडा है।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर पीएमएम - प्राइम मिनिस्टर्स मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी - किए जाने पर कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वह ''भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं के बोझ से दबे हुए हैं, खासकर जब पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बात हो।''

कांग्रेस ने यह भी कहा कि लगातार हमले के बावजूद, नेहरू की विरासत दुनिया के समक्ष जीवित रहेगी।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, "आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को एक नया नाम मिल गया है। विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब पीएमएमएल - प्रधानमंत्री मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय बन गया है।"

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए, रमेश ने कहा, "मोदी भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं के बोझ तले दबे हुए हैं, खासकर जब देश के पहले और सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री की बात आती है। उनके पास नेहरू को नकारने, विकृत करने, बदनाम करने और नेहरूवादी विरासत को नष्ट करने का एक सूत्री एजेंडा है। उन्होंने 'एन' को मिटा दिया है और उसके स्थान पर 'पी' डाल दिया है। वह 'पी' वास्तव में क्षुद्रता और चिढ़ के लिए है।"

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "लेकिन वह स्वतंत्रता आंदोलन में नेहरू के विशाल योगदान और भारतीय राष्ट्र-राज्य की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदार नींव के निर्माण में उनकी महान उपलब्धियों को कभी नहीं छीन सकते, जिन सभी पर अब मोदी और उनके ढोल बजाने वालों द्वारा हमला किया जा रहा है। लगातार हमले के बावजूद, जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया के सामने जीवित रहेगी और वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।''

उनकी टिप्पणी केंद्र द्वारा सोमवार से नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर प्रधानमंत्री मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) किए जाने के बाद आई है।

कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने भी सरकार के कदम पर निशाना साधा और एक ट्वीट में कहा, "नेहरूजी के खिलाफ नफरत। आरएसएस या बीजेएस या बीजेपी या नरेंद्र मोदी का प्रसिद्ध तत्व। तत्‍कालीन प्रधानमंत्री शास्त्री जी ने बनाया.. उपराष्‍ट्रपति राधाकृष्णनजी ने उद्घाटन किया। नरेंद्र मोदी ने इसे बंद कर दिया। नेहरूजी भारत के दिल में रहते हैं।"

पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए. सूर्य प्रकाश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त 2023 से प्रधानमंत्री मेमो‍रियल संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसायटी है - लोकतंत्रीकरण के अनुरूप और समाज के दायरे का विविधीकरण। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।"

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