बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का ‘भारत बंद’ कल, कई विपक्षी दलों का समर्थन, देश भर में व्यापक असर की संभावना

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पार्टी चाहती है कि डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के तहत लाया जाए, जिससे इनकी कीमतों में 15 से 18 रुपये की कमी आएगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क और राज्यों में अत्यधिक वैट दरों में तत्काल कमी लाई जानी चाहिए।

फोटो: सोशल ंमीडिया
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नवजीवन डेस्क

पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी और अन्य कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने कल 'भारत बंद' का ऐलान किया है। इस बंद को विपक्ष की कई पार्टियों का समर्थन मिला है। कांग्रेस का कहना है कि उसकी ओर से बुलाया गया 'भारत बंद' सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि आम जनता को दिक्कत नहीं हो।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पार्टी चाहती है कि डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के तहत लाया जाए, जिससे इनकी कीमतों में 15 से 18 रुपये की कमी आएगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क और राज्यों में अत्यधिक वैट दरों में तत्काल कमी लाई जानी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि केंद्र ने पिछले चार साल में ईंधन पर उत्पाद शुल्क लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है और सरकारी खजाना भरने के लिए यह राशि आम आदमी से ली है।

माकन ने यह भी बताया कि विरोध प्रदर्शन में लगभग 20 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, 'भारत बंद' में समाजवादी पार्टी, बीएसपी, एनसीपी, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीएम, सीपीआई, जनता दल सेकुलर, राष्ट्रीय लोक दल, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कई अन्य दल सक्रिय तौर पर हिस्सा लेंगे।

इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह बंद के दिन पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और रुपये के गिरते मूल्य के विरोध में समूचे राज्य में प्रदर्शन करेगी।

इतने बड़े पैमाने पर देश के अलग-अलग हिस्सों के विपक्षी दलों के समर्थन को देखते हुए ऐसी उम्मीद की जा रही है कि ‘भारत बंद’ का व्यापक असर देखने को मिलेगा।

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