लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का 7 सूत्रीय एजेंडा, प्रियंका-सिंधिया को यूपी में मिशन मोड में काम करने के निर्देश

लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 7 सूत्रीय रणनीति को अंतिम रूप दिया है। इसके तहत सभी महासचिवों और राज्य प्रभारियों को मिशन मोड में काम करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उम्मीदवारों के नामों को एक महीने में अंतिम रूप दिए जाने का फैसला लिया गया है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पार्टी के महासचिवों और राज्य प्रभारियों के साथ लंबी बैठक कर लोकसभा चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप दिया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्य रूप से सात बिंदुओं पर ज़ोर दिया।

उन्होंने बताया कि:

  1. पार्टी में तजुर्बा और तुरणाई यानी यूथ एंड एक्सपीरियंस पर जोर रहेगा जो पार्टी की ताकत भी है और राह भी। लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारों का चयन इसी आधार पर होगा। इनमें युवाओं, महिलाओं, वंचित और शोषित वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी
  2. उत्तर प्रदेश के दोनों नव नियुक्त महासचिवों प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्य में पार्टी को नए सिरे से स्फूर्ति देने और इस काम को मिशन मोड में करने के निर्देश
  3. लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन एक महीने के अंदर कर दिया जाए, ताकि उम्मीदवार अपने इलाकों में जाकर लोगों के बीच काम कर सकें और कांग्रेस की नीतियों को सामने रख सकें
  4. महासचिवों को गरीबों, शोषितों, वंचितों और देश के सामान्य लोगों को देश के संसाधनों में बराबर की हिस्सेदारी, मिनिमम इनकम गारंटी योजना, असमानता और भेदभाव के खिलाफ प्रचार का महासचिवों को निर्देश
  5. किसानों और खेतिहर मजदूरों की तकलीफों, बेरोजगारी की दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने, छोटे कारोबारी और दुकानदारों पर जीएसटी की मार और संस्थाओं पर हो रहे हमलों को लोगों के बीच ले जाने के निर्देश
  6. मौजूदा मोदी सरकार और बीजेपी की विभाजनकारी नीतियों को पर्दाफाश किया जाएगा
  7. समाज के अलग-अलग वर्गों को बांटने की साजिश के तहत असम और पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में बीजेपी और संघ की कोशिशों को सामने लाना। सिटिज़नशिप बिल उत्तर पूर्व के प्रांतो की पहचान, संस्कृति, सभ्यता पर हमला है, इसे लोगों के सामने रखना

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में साफ कहा कि, “संसद के अंदर और संसद के बाहर कि अगर मोदी सरकार सिटीजनशिप कानून लाने का दुस्साहस करेगी, तो कांग्रेस पार्टी उस सिटीजनशिप कानून को कभी पारित नहीं होने देगी और राज्यसभा के अंदर दूसरे दलों से बात कर इस बिल को पारित होने से रोकेगी।

बैठक में प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दूसरे महासचिवों ने अपनी बात रखी। पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद यह पहला मौका था जब प्रियंका गांधी ने पार्टी की किसी अधिकारिक बैठक में हिस्सा लिया है।

सुरजेवाला ने बताया कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस के सभी साथियों सहित कांग्रेस अध्यक्ष के इस जिम्मेवारी के लिए धन्यवाद देते हुए ये कहा कि वो उनके अंदर और सब कांग्रेस के साथियों के साथ मिलकर कांग्रेस का जो वट वृक्ष है, उसको और हरा-भरा और उत्तर प्रदेश के भेदभाव, जातिगत और धार्मिक विभाजन और बंटवारे को तोड़कर पूरे समाज को जोड़ने के यज्ञ में वो सबसे आगे बढ़कर हर कुर्बानी देने को तत्पर और तैयार रहेंगी। उन्होंने कहा कि वो तब तक चैन से नहीं बैठेंगी, जब तक कांग्रेस विचारधारा का परचम उत्तर प्रदेश में नहीं लहराएगा।

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