'द नेहरू आर्काइव' को कांग्रेस ने किया सार्वजनिक, नेहरू से जुड़ी सामग्री सभी के लिए उपलब्ध
नेहरू आर्काइव वेबसाइट के अनुसार, यह एक चल रहा डिजिटल लाइब्रेरी प्रोजेक्ट है जो नेहरू की लिखी हुई बातों, भाषणों, उनसे जुड़े डॉक्यूमेंट्स, विजुअल मटेरियल और ऑडियो रिकॉर्डिंग को संभालकर रखने के लिए है।

कांग्रेस पार्टी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से संबंधित लाखों पन्नों की सामग्री को पूरी तरह से डिजिटाइज कर सार्वजनिक कर दिया है। 'द नेहरू आर्काइव' नाम का यह ओपन-एक्सेस डिजिटल प्लेटफॉर्म अब आम नागरिकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और इतिहास प्रेमियों के लिए उपलब्ध है।
बिना किसी शुल्क के नेहरू की चिट्ठियां, भाषण, नोट्स, किताबों के ड्राफ्ट और अन्य दस्तावेज देखे व डाउनलोड किए जा सकते हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ये घोषणा की।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा, "फैक्ट्स तो फैक्ट्स होते हैं और आपके लाइक्स की वजह से गायब नहीं होंगे। पंडित नेहरू और भारत के लिए उनकी बड़ी कामयाबियों को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश करने, गलत जानकारी और फेक न्यूज देने के इस दौर में, सच्चाई और आने वाली पीढ़ियों के लिए उनकी लिखी बातों को डिजिटाइज करना सही है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे खुशी है कि 'द नेहरू आर्काइव' अब लाइव है। यह जवाहरलाल नेहरू की लिखी बातों का भारत का पहला बड़ा, ओपन-एक्सेस डिजिटल आर्काइव है, जिसमें चिट्ठियां, भाषण, नोट्स और भी बहुत कुछ हैं, जो सभी आपस में जुड़े हुए हैं और आसानी से इस्तेमाल के लिए फ्री में उपलब्ध हैं।"
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट में लिखा, "नेहरू की लिखी बातें सिर्फ इतिहास नहीं हैं, वे भारत की बदलती सोच का रिकॉर्ड हैं। जो कोई भी हमारे देश की डेमोक्रेटिक यात्रा - उसकी हिम्मत, उसके सवाल, उसके सपनों को समझना चाहता है, उसके लिए उनके शब्द एक ताकतवर रास्ता दिखाते हैं। मुझे खुशी है कि यह विरासत अब सबके लिए खुली, खोजने लायक और मुफ्त है। इसे और बढ़ाया जाएगा।"
नेहरू आर्काइव वेबसाइट के अनुसार, यह एक चल रहा डिजिटल लाइब्रेरी प्रोजेक्ट है जो नेहरू की लिखी हुई बातों, भाषणों, उनसे जुड़े डॉक्यूमेंट्स, विजुअल मटेरियल और ऑडियो रिकॉर्डिंग को संभालकर रखने के लिए है। जवाहरलाल नेहरू के चुने हुए कार्यों के 100 वॉल्यूम, जो 1903 से 1964 के समय को कवर करते हैं, अब अपलोड कर दिए गए हैं। वे पूरी तरह से सर्च किए जा सकते हैं और फ्री डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं।
इससे पहले 20 नवंबर को जयराम रमेश ने जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड द्वारा शुरू की गई एक नई डिजिटल आर्काइवल सुविधा पर जोर दिया था, जिससे आजादी की लड़ाई और आजाद भारत के शुरुआती सालों से जुड़े डॉक्यूमेंट्स को एक्सेस किया जा सके।
वेबसाइट द नेहरू आर्काइव (nehruarchive.in) पर करीब 35,000 डॉक्यूमेंट्स और करीब 3,000 इलस्ट्रेशन हैं। वॉल्यूम 44 से, यानी सितंबर 1958 से, उनके भाषण ओरिजिनल हिंदी और इंग्लिश ट्रांसलेशन में भी उपलब्ध हैं। डॉक्यूमेंट्स में उनके लेटर, भाषण, इंटरव्यू, फाइलों पर एडमिनिस्ट्रेटिव नोट्स, डायरी एंट्री और यहां तक कि डूडल भी शामिल हैं।