कोरा संबोधन नहीं, ठोस समाधान चाहता है देश, पीएम के भाषण पर कांग्रेस ने सामने रखी कोरोना क्रोनोलॉजी, पूछे तीखे सवाल

पीएम मोदी देश को बताएं कि कोरोना पर नियंत्रण कैसे पाया जाएगा? कोरोना से हो रही बेतहाशा मौतों पर कैसे नियंत्रण होगा? डूबती अर्थव्यवस्था को कैसे उबारेंगे? ये वे सवाल हैं जो कांग्रेस ने पीएम मोदी से उनके राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद पूछे हैं।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया

“जब रोम जल रहा था, तो नीरो बंसी बजा रहा था, वैसे ही देश ‘कोरा संबोधन’ नहीं, ‘ठोस समाधान’ चाहता है!” कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद अपनी प्रतिक्रिया इन शब्दों के साथ शुरु की। उन्होंने कहा कि “24 मार्च, 2020 को मोदी जी ने कहा था, ‘‘महाभारत का युद्ध 18 दिन चला था। कोरोना से युद्ध जीतने में 21 दिन लगेंगे।’’ लेकिन 210 दिन बाद भी समूचे देश में ‘कोरोना महामारी की महाभारत’ छिड़ी है, लोग मर रहे हैं, पर मोदी जी ‘समाधान की बजाय’ टेलीविज़न पर कोरे संबोधन से काम चला रहे हैं।“

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, “कोरोना से युद्ध तो जारी है, पर सेनापति नदारद हैं। कभी मोर को दाना खिलाते हुए और कभी टेलीविज़न पर उपदेश देते हुए नजर आते हैं। महामारी की विभीषिका में बीजेपी ने देश के लोगों को बेहाल छोड़ दिया है।“ उन्होंने कहा कि, “भारत आज दुनिया की ‘कोरोना कैपिटल’ बन गया है। 19 अक्टूबर, 2020 को प्रतिदिन जारी डेटा के मुताबिक कोरोना महामारी के संक्रमण में भारत अब दुनिया में पहले स्थान पर है।“

कांग्रेस ने कोरोना महामारी से जुड़े 5 महत्वपूर्ण तथ्य सामने रखे:

  • प्रतिदिन कुल कोरोना संक्रमण में - दुनिया में भारत पहले नंबर पर

  • प्रतिदिन कोरोना मृत्यु दर में - दुनिया में भारत पहले नंबर पर

  • कुल कोरोना संक्रमित मामलों में - दुनिया में भारत दूसरे नंबर पर (75,50,273 संक्रमण)

  • सक्रिय कोरोना संक्रमण मामलों में - दुनिया में भारत दूसरे नंबर पर (7,72,055 संक्रमण)

  • कोरोना से हुई कुल मौतों में - दुनिया में भारत तीसरे नंबर पर (1,14,610 मृत्यु)


कांग्रेस ने कहा कि कोरोना क्रोनोलॉजी मोदी सरकार की नाकामी और निकम्मेपन को बयां करती है। कांग्रेस 8 बिंदुओं की क्रोनोलॉजी सामने रखत हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लगातार कोरोना संकट को लेकर चेता रहे थे लेकिन सरकार ने हर बार हमारी चेतावनी का मजाक बनाया। कांग्रेस ने बताया कि 12 फरवरी को जब राहुल गांधी ने कोरोना संकट के बारे में चेतावनी दी तो मोदी सरकार ने कहा कि, ‘कोरोना चिंता का विषय नहीं’। इतना ही नहीं 24 फरवरी को मोदी सरकार ने अहमदाबाद में एक लाख लोगों की भीड़ जमाकर नमस्ते ट्रंप का आयोजन किया। इसके बाद फिर से 5 मार्च को राहुल गांधी ने इस महामारी के बारे में चेताया, लेकिन मोदी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने से खारिज करते हुए कहा. ‘चिंता की कोई जरूरत नहीं’।

कांग्रेस ने 24 मार्च का खासतौर से जिक्र किया। इसी दिन बीजेपी ने छलकपट के जरिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराई थी। कांग्रेस ने कहा कि जैसे ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरी, प्रधानमंत्री ने उसी दिन रात 12 बजे से देश में लंबे लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। इस घोषणा के बाद देश में जो हुआ वह सबने देखा।

कांग्रेस ने लंबे लॉकडाउन को पूरी तरह नाकाम बताते हुए इसे बदइंतजामी की ‘तुगलकी’ दास्तान करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, “मात्र तीन घंटे के नोटिस पर किए गए लॉकडाऊन से न तो कोरोना महामारी रुकी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था व लोगों की रोजगार-रोटी की कमर पूरी तरह से तोड़ दी गई। देश के इतिहास में नेतृत्व की विफलता का यह सबसे बड़ा तुगलकी उदाहरण गिना जाएगा।


कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस दौरान करोड़ों मजदूर भूखे प्यासे सैकड़ों हजारों किलोमीटर घर वापसी को मजबूर हो गए। 150 से अधिक की इस दौरान मौत हुई। इतना ही नहीं संघीय ढांचे को तार-तार करते हुए देशबंदी से पहले प्रधानमंत्री ने किसी प्रांत व मुख्यमंत्री की राय नहीं ली। देश के इतिहास में एक व्यक्ति की मनमानी वाला यह सबसे बड़ा निर्णय है।

कांग्रेस ने कहा कि कोरोना संक्रमण अब छोटे शहरों, कस्बों व गांवों तक पहुंच गया है, पर मोदी सरकार बेखबर है। यह इसलिए खतरनाक है क्योंकि देश की 65 प्रतिशत आबादी ग्रामीण अंचल में रहती है, पर देश के केवल 35 प्रतिशत अस्पताल बेड व 20 प्रतिशत डॉक्टर ही ग्रामीण अंचल में हैं।

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