कांग्रेस ने पीएम मोदी के वाराणसी दौरे पर दागे 11 सवाल, आईना दिखाते हुए कहा- काशी को भाषण नहीं सुशासन चाहिए

रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी को स्वप्नजीवी का करार देते हुए सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी का विकास हो, ये हर देशवासी की अभिलाषा है। पर मोदी जी ने 7 साल में सांसद के तौर पर क्या किया? क्या गंगा मैया में बहने वाली गंदगी साफ हुई?

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरुवार को वाराणसी दौरे को लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिये 11 सवाल दागते हुए कहा कि काशी को भाषण नहीं, सुशासन चाहिए। सुरजेवाला ने पीएम को स्वप्नजीवी का करार देते हुए पूछा कि काशी को क्योटो बनाने के वादे का क्या हुआ?

रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी का विकास हो, ये हर देशवासी की अभिलाषा है। पर मोदी जी ने 7 साल में सांसद के तौर पर क्या किया? क्या गंगा मैया में बहने वाली गंदगी साफ़ हुई? साल 2013-14 में 32 गंदे नाले गंगा में गिरते थे, आज 34 गंदे नाले आ गिर रहे हैं। एसटीपी कभी चलता है और कभी नही।”

सुरजेवाला ने आगे कहा कि क्या काशी को क्योटो बनाया? एक बारिश में ही बंद सीवर, जल भराव और सड़कों पर फैला कूड़ा-करकट चारों और है पर “स्मार्ट सिटी” गुम है। उन्होंने पूछा कि कोरोना काल में काशी को अपने हाल क्यों छोड़ा? राजन मिश्रा जी ने ऑक्सिजन की कमी से दम तोड़ दिया। छन्नूलाल मिश्रा जी को संस्कार के लिए बिटिया का शव नहीं मिला। ऐसी अनगिनत घटनाएं हैं।’’

कांग्रेस नेता ने उद्योग-धंधों पर भी सवाल किया, ‘‘क्या काशी में एक भी उद्योग लगा? पांच लाख परिवारों को रोजगार देने वाला बनारस साड़ी उद्योग बंद होने की कगार पर है, हैंडलूम और पावरलूम बर्बाद हो रहे हैं, पर किया क्या? रुद्राक्ष केंद्र, जिसे आम जन ब्याह-शादी के लिए कम खर्च पर इस्तेमाल करता था, अब प्राइवेट कम्पनी के हाथ दे और 1,10,000 रुपये इस्तेमाल खर्च रख आप किसकी सेवा कर रहे हैं?”


कांग्रेस महासचिव ने अगला सवाल किया, “बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर दर्जनों पौराणिक काल के मन्दिरों को क्यों तुड़वाया? 300 साल पुराने 250 भवनों को क्यों तोड़ा? क्या काशी के पुरातन वैभव पर यह हमला उचित है?’’ उन्होंने सवाल किया कि ‘‘जीवन दायिनी व मोक्ष दायनी मां गंगा के अर्धचंद्राकार स्वरूप को, जो बनारस की पहचान है, व्यवसायिक कारणों से क्यों खराब किया? सरकार का काम इतिहास और संस्कार का संरक्षण है या अतिक्रमण?’’

रणदीप सुरजेवाला ने पूछा, ‘‘ काशी के मल्लाह और छोटी नाव चलाने वाले निषाद समाज की आजीविका को क्यों छीना? क्या वे काशी की ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा नही? प्रधानमंत्री द्वारा गोद लिए दोनों गांव जयापुर और नगेपुर बदहाली के शिकार क्यों? जब प्रधानमंत्री अपने गोद लिए गांव में तरक्की नही करा सकते तो काशी का क्या होगा?"

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "काशी के सबसे बड़े श्री हनुमान प्रसाद अंधविद्यालय के दृष्टिबाधित बच्चों की कक्षा 9 से 12 तक अनुदान राशि बंद कर उन्हें शिक्षा के अधिकार से क्यों वंचित कर दिया? काशी और पूर्वांचल का विकास, तरक्की और रोजगार का इंतजार कब खत्म होगा? स्वपनजीवी जी, काशी को भाषण नही सुशासन चाहिए।”

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने गुरुवार को यूपी चुनाव अभियान का आगाज करते हुए वाराणसी में जापान के सहयोग से बने अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में 100 बिस्तरों वाले एमसीएच विंग, गोदौलिया में एक बहुस्तरीय पार्किंग, गंगा नदी में पर्यटन के विकास के लिए रो-रो नौकाओं और वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन लेन वाले फ्लाईओवर पुल समेत लगभग 744 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न सार्वजनिक परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

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