मोदी सरकार में किसानों की हालात ठीक वैसी जैसे अंग्रेजों के शासन में थी: कांग्रेस

देश की अर्थव्यवस्था और किसानों की बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी शासन में किसानों की स्थिति ठीक वैसी ही है जैसी ब्रिटिश शासन के अधीन थी। सरकार किसानों के प्रति उदासीन है और मीडिया चुप है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देशी की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने प्रेस से बात की। उन्होंने कहा कि मोदी शासन में किसानों की स्थिति ठीक वैसी ही है जैसी ब्रिटिश शासन के अधीन थी। सरकार किसानों के प्रति उदासीन है और मीडिया चुप है।

अर्थव्यवस्था चलाने पर मनीष तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसे चलती है? आम लोग अपनी गाढ़ी कमाई को बचाकर बैंक में जमा करतें हैं। बैंक उन्हें उस राशि पर ब्याज देता है और बैंक उसी पैसों को रोजगार पैदा करने के लिए व्यवसायों और उद्योगों को ऋण देते हैं। यह एक पहलू है।”


उन्होंने कहा, “दूसरा पहलू यह है कि लोग खरीदारी करते हैं और कंपनियों को इससे लाभ होता है। कंपनियां उस धन का उपयोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने और रोजगार पैदा करने के लिए करती हैं। तीसरा पहलू यह है कि सरकार लोगों और कंपनियों के कर्ज लेती है और उसे पैसों को निवेश करती है और बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक वस्तुओं का निर्माण करती है और इससे रोजगार बनता है।”

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “ये अर्थव्यवस्था को चलाने की एक कड़ी है। पिछले कुछ सालों में ये कड़ी टूट गई है।” देश में बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर मनीष तिवारी ने कहा, “अर्थव्यवस्था एक बहुत ही गहरे संकट में है। किसी निवेशक को ये मालूम है कि बैंक में जमा उनका पैसा वापस मिलेगा या नहीं, न ही किसी व्यक्ति को।


उन्होंने आगे कहा, “पीएमसी बैंक के मामले में यही हुआ है। संजय गुलाटी नाम के छोटे निवेशक का ₹90 लाख पीएमसी में जमा था। कुछ दिन पहले जेट एयरवेज से नौकरी भी छूट गई थी। ऐसे में जब उनको पता चला कि वो 10 हजार से ज्यादा पैसा नहीं निकाल सकता, तो उनको दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई।”

उन्होंने आगे कहा कि आज आम आदमी को लगता है कि बैंकों में उसका पैसा सुरक्षित नहीं है। आज देश की अर्थव्यवस्था की हालत मानव निर्मित त्रासदी है, जो बीजेपी सरकार ने पैदा की है। नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आंकड़ों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया था।

वहीं मनीष तिवारी ने आगे कहा, “जिस व्यक्ति ने 1997 में 'सपनों का बजट' दिया। जिस व्यक्ति ने 2004-2008 तक देश की आर्थिक कमान सम्भाली, उन भूतपूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को इस सरकार ने बिना किसी ट्रायल के मनगढ़ंत मामले में गिरफ्तार कर रखा है।”

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Published: 15 Oct 2019, 3:25 PM