कांग्रेस भारत की विविधता की रक्षा करना चाहती है, बीजेपी इसे नष्ट करना चाहती है: जयराम रमेश

जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ वह बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ध्रुवीकरण और विभाजन की नीति का परिणाम है। मणिपुर बीजेपी की नफरत की राजनीति और स्थानीय लोगों की संस्कृतियों का सम्मान न करने के परिणामों को दर्शाता है।

जयराम रमेश बोले- बीजेपी भारत की विविधता को नष्ट करना चाहती है, कांग्रेस बचाना चाहती है
जयराम रमेश बोले- बीजेपी भारत की विविधता को नष्ट करना चाहती है, कांग्रेस बचाना चाहती है
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला करते हुए दावा किया कि पार्टी भारत की विविधता को नष्ट करना चाहती है, जबकि कांग्रेस इसकी रक्षा करना चाहती है। रमेश ने दावा किया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में संस्कृतियों, भाषाओं और जीवन के तरीकों की विविधता को बीजेपी शासन के तहत खतरे का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक बुनियादी अंतर है। बीजेपी पूरे देश में एकरूपता थोपना चाहती है। दूसरी ओर, कांग्रेस का लक्ष्य देश की विविधता का सम्मान करते हुए एकता को मजबूत करना है।’’ रमेश ने कहा, ‘‘बीजेपी भारत की आत्मा को नष्ट कर रही है। इसलिए हम भारत को परिभाषित करने वाली हमारी विविधताओं को संरक्षित करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, न कि राज्यों, संस्कृतियों और क्षेत्रों में कृत्रिम एकरूपता थोपने के लिए।’’


कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य, विशेष रूप से मिजोरम, विविध धर्मों, विविध भाषाओं और विविध जीवन शैली की भूमि है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी का एक राष्ट्र एक चुनाव और एक राष्ट्र एक संस्कृति का विचार भारत के विचार के खिलाफ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बीजेपी पर ‘झांसा दो और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर इसका एक उदाहरण है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने मणिपुर के मेइती, कुकी और नगा समुदाय को धोखा दिया है।

जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि मणिपुर में पिछले 11 महीनों से जातीय संघर्ष जारी है, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया और तीन मिनट के लिए भी इसकी स्थिति के बारे में बात नहीं की। पिछले साल मई से मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा में कम से कम 219 लोग मारे गए हैं।

रमेश ने कहा, ‘‘मणिपुर में जो हुआ वह बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ध्रुवीकरण और विभाजन की नीति का परिणाम है। मणिपुर बीजेपी की नफरत की राजनीति और स्थानीय लोगों की संस्कृतियों का सम्मान न करने के परिणामों को दर्शाता है।’’ रमेश ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव संविधान, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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