प्रधानमंत्री की सभी नियुक्तियों में उड़ाई जाती हैं संविधान की धज्जियां- कांग्रेस का चुनाव आयुक्त विवाद पर हमला

निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इस नियुक्ति पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। पवन खेड़ा ने दावा किया कि बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सारे फैसले विचार-विमर्श के बिना होते हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनके द्वारा की गई सभी नियुक्तियों और फैसलों में संविधान की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। कांग्रेस के मीडिया प्रमुख और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव आयुक्त के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति में जल्दबाजी पर सवाल उठाने के बाद केंद्र पर तीखा हमला बोला।

गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने भारत निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति में जल्दबाजी को लेकर सवाल उठाया था। इसी मामले को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट कर कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। प्रधानमंत्री के फैसले विचार-विमर्श के बिना होते हैं।


पवन खेड़ा ने ट्वीट में लिखा, "उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति में जल्दबाजी की गई। यह कोई नई बात नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के लगभग सभी फैसलों और उनके द्वारा की जाने वाली नियुक्तियों में लोकतांत्रिक परिपाटी और संविधान का उल्लंघन होता रहा है।"

इसके साथ ही पवन खेड़ा ने दावा किया कि बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सारे फैसले विचार-विमर्श के बिना होते हैं। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त के तौर पर अरुण गोयल की नियुक्ति को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इस नियुक्ति पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।

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