कोरोना महामारी एक बड़ी त्रासदि, दुनिया में करीब 10 करोड़ लोग गरीबी की गर्त में जाएंगे

चीन में एक कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के उपाध्यक्ष ने बताया कि संगठन सामाजिक सुरक्षा, पोषण सेवाओं में सुधार और खाद्य प्रणाली का समर्थन करने जैसे तरीकों के माध्यम से कमजोर समूहों की मदद करने के लिए सक्रिय रूप से संसाधन जुटा रहा है।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

चीन में स्थित संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के उपाध्यक्ष महा अहमद ने दावा किया है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से यह अनुमान है कि इस साल 7 करोड़ से 10 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी की गर्त में गिरेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम 10 करोड़ लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से संसाधन जुटा रहा है।

चीन के हनान प्रांत के च्वूमात्येन शहर में 6 सितंबर को 23वां चीन कृषि उत्पाद प्रसंस्करण उद्योग निवेश और व्यापार मेला आयोजित हुआ। महा अहमद ने उद्घाटन समारोह में कहा कि संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुमानों के अनुसार, महामारी से पहले 79 देशों में गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करने वाले लोगों की संख्या 14.7 करोड़ से बढ़कर 2020 के अंत तक 27 करोड़ तक पहुंच जाएगी और हर कम-आय या मध्यम-आय वाले देश को खतरों का सामना करना पड़ेगा।

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के उपाध्यक्ष महा अहमद ने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम सामाजिक सुरक्षा, पोषण सेवाओं में सुधार और खाद्य प्रणाली का समर्थन करने जैसे तौर-तरीकों के माध्यम से कमजोर समूहों की मदद करने के लिए सक्रिय रूप से संसाधन जुटा रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट की वजह से भारत समेत दुनिया के कई देशों में लगाए गए लॉकडाउन के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई है। इसी तरह करोड़ों छोटे-मोटे कारोबारियों का काम भी पूरी तरह से तबाह हो गया है, जिसके कारण भयंकर बेकारी की समस्या अब हर जगह दिखने लगी है।

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