बिहार में कोरोना के बढ़ते मरीज, बढ़ती परेशानी! अस्पतालों में ना बेड, ना ऑक्सीजन, जांच के लिए लंबी लाइनें

बिहार में कोरोना के बढते मरीजों के कारण ऑक्सीजन की भारी कमी बताई जा रही हैं। इस बीच, मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण मरीजों को घर पर रहना पड़ रहा है।

फोटो: IANS
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मनोज पाठक, IANS

बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है। जैसे-जैसे कोरोना मरीजों की संख्या बढ रही है वैसे-वैसे सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था कम पड़ती जा रही है। इस बीच इसे लेकर सियासत भी जारी है। विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गुरुवार को कहा कि सरकाार कोरोना को लेकर सक्रिय और सचेत हैं।

कोरोना के बढते मरीजों के कारण ऑक्सीजन की भारी कमी बताई जा रही हैं। इस बीच, मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण मरीजों को घर पर रहना पड़ रहा है।

जांच केंद्रों में भी जांच कराने वालों की लंबी कतार लगी दिख रही है। जिससे आम लक्षण वाले भी कोरोना जांच कराने से बच रहे हैं।


इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिला अस्पतालों ओर अनुमंडलीय अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। विभाग द्वारा संक्रमितों के इलाज के लिए सभी जिला और अनुमंडलीय अस्पतालों में आवश्यकता के मुताबिक 10 से 30 बेड चिह्न्ति किए जाएंगे। ये बेड ऐसे लोगों के काम आएंगे जो सामान्य इलाज के लिए आए हों और जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगें।

इधर, पटना में 14 और प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड केयर अस्पताल के रूप में चिह्न्ति किया गया है, जिसमें अब कोरोना मरीजों के इलाज हो सकेंगे।

इधर, सूत्रों का कहना है कि सरकार भले ही कुछ भी दावा कर ले, लेकिन पटना की स्थिति बदतर हो गई है। राज्य के बड़े से छोटे अस्पतालों में बेड भरे हैं, जिससे कोरोना के मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।

इधर, जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव अब कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए है। उन्होंने पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

यादव ने कहा कि इस हेल्पलाइन पर कोरोना पीड़ित अपनी समस्या बता सकते हैं। जन अधिकार पार्टी इस संकट को एक आपदा मानती है और ऐसे लोगों की हरसंभव मदद आपदा पीड़ित की तरह की जाएगी।

पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में कोरोना की स्थिति भयावह है। मरीज सड़क पर हैं। मृतकों की संख्या रोज बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में बेड नहीं है और चारों तरफ भय व्याप्त है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी निजी अस्पतालों के लिए फीस निर्धारित करे।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सक्रिय और सजग है। अस्पतालों में बेडों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। विभाग और अधिकारी मिलकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार से भी बात हो रही है।

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