कफ सिरप कांड: बच्चों की मौत पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा, गहलोत बोले- सरकार में बदनाम हो रही है निशुल्क दवा योजना
गहलोत ने कहा कि यह बेहद शर्म की बात है कि बीजेपी सरकार में ऐसी आदर्श योजना भी बदनाम हो रही है क्योंकि खांसी की दवा से मौतें हो रही हैं। राज्य सरकार इन मौतों की जवाबदेही तय करने के बजाय (इन्हें) स्वीकार ही नहीं कर रही है।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कथित तौर पर खांसी की दवा (कफ सिरप) पीने के बाद मौत के मामलों को लेकर रविवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी सरकार में निशुल्क दवा योजना जैसी आदर्श योजना भी बदनाम हो रही है।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान का देश ही नहीं पूरी दुनिया में उदाहरण दिया जाता था क्योंकि 2011 में यहां कांग्रेस सरकार ने निशुल्क दवा योजना शुरू की जिसे कई राज्यों और देशों ने अपने यहां लागू किया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘यह बेहद शर्म की बात है कि बीजेपी सरकार में ऐसी आदर्श योजना भी बदनाम हो रही है क्योंकि खांसी की दवा से मौतें हो रही हैं। राज्य सरकार इन मौतों की जवाबदेही तय करने के बजाय (इन्हें) स्वीकार ही नहीं कर रही है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि राजस्थान में भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ गया है कि इंसान की जान की भी इन्हें परवाह नहीं है।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा चिरंजीवी योजना (एमएए योजना), निरोगी राजस्थान योजना (निशुल्क दवा एवं निशुल्क जांच) पर स्वयं विशेष ध्यान दें क्योंकि पूरे देश में इन योजनाओं की चर्चा हुई थी जिस कारण सभी की इन योजनाओं पर नजर रहती है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में हाल के दिनों में, बच्चों को कफ सिरप दिए जाने के बाद गंभीर रूप से बीमार होने के मामले सामने आए हैं। कथित तौर पर दूषित कफ सिरप पीने से मौत के दो मामले - भरतपुर और सीकर में - सामने आए हैं। आरोप है कि पीड़ितों ने सरकारी अस्पतालों में निशुल्क दवा योजना के तहत दी जाने वाली कफ सिरप पी थी।
हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया कि जिस कफ सिरप के कारण बच्चों के गंभीर बीमार होने व उनकी मौत होने का आरोप लगाया गया है उसे सरकारी प्रयोगशाला परीक्षणों में सुरक्षित पाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने शनिवार को जोधपुर में कहा था कि दवा में कोई मिलावट या कोई भी गड़बड़ी नहीं ह
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