चक्रवात तौकते के दौरान मुंबई में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश, बीते 73 साल के सबसे भयावह तूफान का सामना किया मायानगरी ने
चक्रवात तौकते ने जब मुंबई मायानगरी पर धावा बोला तो शहर ने 73 साल के सबसे भयावह तूफान का सामना किया। इस दौरान मुंबई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश रिकॉर्ड की गई। यह जानकारी तूफान के बाद की समीक्षा के बाद बीएमसी ने दी है।
तौकते तूफान के दौरान मुंबई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है और इस दौरान कई जगह जबरदस्त तबाही हुई है। बृहन्मुंबई नगर निगम ने चक्रवात के बाद के हालात की समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चक्रवात तौकते के प्रकोप से सोमवार को रिकॉर्ड सबसे अधिक बारिश हुई और अभूतपूर्व स्तर पर तबाही मची, वहीं मंगलवार को एक मौत, दो लापता और 10 घायल हो गए। इस दौरान देश की आर्थिक राजधानी ने पिछले 73 वर्षों में सबसे बड़े चक्रवाती तूफान का अनुभव किया।
तूफान के दौरान मुंबई में 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाऐं चलने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया था, लेकिन जब सोमवार को तूफान ने दस्तक दी थी तो शहर में हवा की रफ्तार 114 किलोमीटर तक थी, जो कि शहर के पॉश इलाके कोलाबा से टकरा रही थीं। वहीं ब्रिटानिया पंपिंग स्टेशन रे रोड में 177 किमी प्रति घंटा और मलाड पश्चिम में मालवानी में 101 किमी प्रति घंटा की हवाएं देखी गई। मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान उपनगरों में औसतन 230.3 मिमी बारिश और शहर की तरफ औसत 207.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह अपने आप में रिकॉर्ड है क्योंकि ऐसा रिकॉर्ड पिछली शताब्दी में मई की चरम गर्मी के महीने में हुआ था।
ध्यान रहे कि मुंबई शहर में औसतन सालाना लगभग 2,500 मिमी बारिश होती है, यानी इस तूफान के दौरान हुई बारिश साल भर की कुल बारिश का 9 फीसदी दर्ज किया गया है। तूफान के दौरान कांदिवली (320 मिमी), बोरीवली (315 मिमी), दहिसर (292 मिमी), गोरेगांव और मलाड (281 मिमी प्रत्येक), दक्षिण-मध्य मुंबई के जी-साउथ वार्ड या आसपास (266 मिमी) और वर्ली (254 मिमी) में सबसे अधिक वर्षा के आंकड़े दर्ज किए गए।
तूफान में कई इमारतों, झुग्गियों या फ्लैटों में पानी के रिसने की खबरों के साथ, शहर के 56 निचले इलाकों में कई घंटों तक बाढ़ और जलभराव के हालात रहे,जिससे यातायात प्रभावित हुआ और पैदल चलने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
तूफान में शहर में छोटे या बड़े घर या दीवार दुर्घटना की 43 घटनाएं देखी गई, जिसमें 9 लोग घायल हुए। वहीं बिजली के बक्से या जंक्शनों में पानी के रिसने के कारण बिजली के शॉर्ट-सर्किट की कई शिकायतें दर्ज की गईं। पूरे शहर में चक्रवात के दौरान कम से कम 2,364 पेड़ या बड़ी शाखाएं टूट गईं, जिससे एक की मौत हो गई और एक घायल हो गया।
बीएमसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि मालवानी और माहिम तटों में मछली पकड़ने वाली नौकाओं को उनके लंगर से उखाड़ दिया गया था, जिसमें दो लोग अभी भी लापता हैं, जबकि 8 सुरक्षित तैरने में कामयाब रहे। चक्रवात तौकते के गुजरात तट पर घूमने और सोमवार की देर रात पहुंचने के कुछ घंटों बाद मुंबई और बाकी तटीय कोंकण में आज आधी रात से छिटपुट बारिश हुई, हालांकि अलग-अलग इलाकों में तेज हवाएं और बारिश जारी रही।
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