नप गए दिल्ली के DCP (साउथ-ईस्ट) चिन्मय बिस्वाल, जामिया-शाहीन बाग में फायरिंग पर कहा था देखते हैं क्या हुआ है

शाहीन बाग और जामिया इलाके में प्रदर्शन के दोरान गोलीकांड को लेकर साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल पर गाज गिरी है। चुनाव आयोग ने तत्काल प्रभाव से उन्हें हटा दिया है। उनकी जगह अब कुमार ज्ञानेश को फिलहाल के लिए कार्यभार दिया गया है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राजधानी दिल्ली के जामिया और शाहीन बाग इलाके में एक सप्ताह के भीतर दो बार फायरिंग की घटना होने के बाद दिल्ली की राजनीति में उबाल आ चुका है। विपक्षी दलों ने इसके लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी को निशाने पर लिया है। इसके बाद गृहमंत्रालय में भी अफरातफरी की खबरें हैं। और रविवार शाम चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लेते हुए शाहीन बाग और जामिया इलाके के डीसीपी साउथ-ईस्ट चिन्मय बिस्वाल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। बिस्वाल अब सीधे गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करेंगे। उनकी जगह 1997 बैच के आईपीएस कुमार ज्ञानेश को साउथ ईस्ट दिल्ली का अस्थाई डीसीपी बनाया गया है और उन्हें तुरंत चार्ज दे दिया गया है।


चुनाव आयोग ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और गृह मंत्रालय को तीन नए अफसरों के नाम भेजने को कहा है, जिनमें से किसी एक डीसीपी (साउथ-ईस्ट) के पद पर तैनात किया जाएगा।

गौरतलब है कि दिल्ली के जामिया इलाके में गुरुवार को एक छात्र ने उस समय फायरिंग कर दी थी जब छात्र बापू की पुण्यतिशि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट तक मार्च निकाल रहे थे। इस फायरिंग में एक छात्र को गोली लगी थी।

इस घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि फायरिंग से पहले यह युवक हाथ में पिस्तौल लहराते हुए घूमता रहा और दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बन कर उसे देखती रही। आखिरकार उस युवक ने गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई थी और उसे हिरासत में लिया था। खबरों के मुताबिक इस युवक के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।

इसके बाद पहली फरवरी यानी शनिवार को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में फायरिंग की घटना सामने आई। घटना के बाद पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को धरना स्थल की सुरक्षा बेहतर करने और धरना स्थल जाने वालों की सघन जांच करने को कहा था। इस बारे में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा है कि पुलिस ने धरना स्थल के पास बैरिकेड लगा दी हैं।


लेकिन पुलिस कमिश्नर ने दावा किया कि पुलिस की मौजूदगी के कारण ही बंदूक लेकर आए युवक कुछ कर नहीं पाए। उन्होंने बताया कि शाहीन बाग और दूसरे धरना स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

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Published: 02 Feb 2020, 10:32 PM