विपक्षी गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल कल करेगा मणिपुर का दौरा, 16 पार्टियों के 20 सांसद राज्यपाल से भी मिलेंगे

राज्य की चिंताजनक हालत को देखते हुए कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया है। लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि संसद में प्रस्ताव को स्वीकार तो कर लिया गया, मगर सरकार ने अभी तक चर्चा की तारीख तय नहीं की है।

मणिपुर में हिंसा के खिलाफ कुकी समुदाय के लोगों ने दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया
मणिपुर में हिंसा के खिलाफ कुकी समुदाय के लोगों ने दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया
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नवजीवन डेस्क

मणिपुर में 3 मई को भड़की हिंसा पिछले तीन महीने से लगातार जारी है। मुख्य रूप से राज्य के कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष के चलते राज्य में 170 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। वहीं इस हिंसा में राज्य की एक बड़ी आबादी विस्थापित हुई है। राज्य की चिंताजनक हालत को देखते हुए कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने संसद में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया है। अब विपक्षी गठबंधन के दलों नें 29 जुलाई यानी कल अपना एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजने का ऐलान किया है।

कांग्रेस के सांसद डॉ. नासिर हुसैन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 86 दिनों से मणिपुर में हिंसा हो रही है। मणिपुर में स्थिति अत्यंत गंभीर है। 29 जुलाई को इंडिया गठबंधन की 16 पार्टियों के 20 सांसद मणिपुर का दौरा करेंगे। प्रतिनिधिमंडल द्वारा 30 जुलाई को मणिपुर की राज्यपाल से भी मुलाकात की जाएगी और उन्हें मणिपुर की स्थिति के बारे में अवगत कराया जाएगा।

कांग्रेस सांसद डॉ. नासिर हुसैन ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि संसद में इंडिया गठबंधन के मणिपुर हिंसा को लेकर अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार तो कर लिया गया, मगर सरकार ने अभी तक भी चर्चा के लिए तारीख तय नहीं की है। डॉ नासिर हुसैन ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी बयान देने के लिए तैयार नहीं हैं। मणिपुर में आज भी सूचना आई है कि हिंसा हो रही है। मणिपुर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है।

डॉ. नासिर हुसैन ने कहा कि शुक्रवार को इंडिया गठबंधन की बैठक में तय हुआ कि विपक्षी पार्टियों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर जाएगा। 29 जुलाई की सुबह 16 पार्टियों के 20 सांसद मणिपुर जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों में हिंसाग्रस्त स्थानों पर राहत शिविरों में भी जाएंगे, जायजा लेंगे और लोगों से बातचीत करेंगे। मणिपुर के लोगों को विश्वास दिलाया जाएगा कि हम उनके साथ खड़े हैं। 30 जुलाई की सुबह यह प्रतिनिधिमंडल मणिपुर की राज्यपाल से भी मुलाकात करेगा। इस दौरे के बाद मणिपुर की स्थिति को लेकर संसद को भी अवगत कराने का प्रयास किया जाएगा और प्रेस वार्ता भी की जाएगी।


डॉ नासिर हुसैन ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह, टीएमसी से सुष्मिता देव, डीएमके से कनिमोझी करुणानिधि, सीपीआई से संदोश कुमार, सीपीआई(एम) से ए.ए. रहीम, आरजेडी से प्रो. मनोज कुमार झा, एसपी से जावेद अली खान, जेएमएम से महुआ मांझी, एनसीपी से मोहम्‍मद फैजल, जेडीयू से अनिल प्रसाद हेगड़े, आईयूएमएल से ईटी मोहम्‍मद वसीर, आरएसपी से एनके प्रेमचंद्रन, आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) से अरविंद सावंत, वीसीके से डी रविकुमार, वीसीके से थिरुमावलवन, आरएलडी से जयंत सिंह और कांग्रेस से फूलो देवी नेताम मौजूद रहेंगे।

डॉ नासिर हुसैन ने कहा कि पिछले 86 दिनों से मणिपुर में नरसंहार, हिंसा और बलात्कार हो रहे हैं। सरकार से लूटे हुए हथियार घर-घर, गली-गली पाए जा रहे हैं, जिन्हें अभी तक बरामद नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के अंदर न तो मणिपुर हिंसा को सुलझाने की इच्छा है और न ही क्षमता है। पीएम मोदी का अहंकार सच्चाई मानने से इंकार कर रहा है। मणिपुर में 86 दिन से चल रही लगातार हिंसा शासन और प्रशासन की विफलता है। प्रधानमंत्री की प्राथमिकता चुनाव और राजनीति है, जबकि इंडिया गठबंधन की प्राथमिकता देश और देशवासी हैं। इंडिया गठबंधन मणिपुर में फिर से शांति कायम करने के लिए हर संभव कोशिश करेगा।

डॉ नासिर हुसैन ने कहा कि जब से मानसून सत्र शुरु हुआ है, विपक्ष लगातार मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहा है। आज 47 सांसदों ने 267 के तहत नोटिस देकर चर्चा की मांग की, लेकिन चर्चा न लोकसभा में हो रही है और न राज्यसभा में हो रही है। विपक्ष बार-बार मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री सदन में आकर बयान दें, मगर प्रधानमंत्री की प्राथमिकता में सदन नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर पर बात करने की बजाय सदन के बाहर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सलाह दे रहे हैं। राहुल गांधी जी समेत कई वरिष्ठ नेता मणिपुर गए। हमने कई बातों का खुलासा किया, जिन्हें सरकार द्वारा छुपाया जा रहा था।

डॉ नासिर हुसैन ने कहा कि मणिपुर सरहदी राज्य है। इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला भी है। मणिपुर में  स्थिति अत्यंत गंभीर है। इसलिए कांग्रेस अपील करती है कि संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा हो और प्रधानमंत्री मोदी जी दोनों सदनों में मणिपुर हिंसा पर अपना विस्तृत बयान दें और मणिपुर में शांति के लिए रोड मैप निकालें।

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Published: 28 Jul 2023, 8:13 PM