दिल्ली विस्फोटः ईडी ने छापेमारी के बाद अल फलाह समूह के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया, धन शोधन मामले में कार्रवाई
ईडी ने कहा कि यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं, फर्जी कंपनियों, आवास संस्थाओं के इस्तेमाल और धन शोधन की चल रही जांच का हिस्सा है। अल फलाह ट्रस्ट और संबंधित संस्थाओं की भूमिका की जांच की जा रही है। समूह से जुड़ी नौ फर्जी कंपनियां ईडी जांच के दायरे में हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लाल किला कार विस्फोट मामले में जांच के दौरान फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय के न्यासियों और प्रवर्तकों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को छापेमारी करने के बाद समूह के अध्यक्ष जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि सिद्दीकी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के आपराधिक प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है और रिमांड के लिए सक्षम अदालत में पेश किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, एजेंसी ने सुबह करीब सवा पांच बजे शुरू की तलाशी के दौरान 48 लाख रुपये नकद भी जब्त किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि संघीय जांच एजेंसी की कई टीम ने अल फलाह ट्रस्ट और विश्वविद्यालय प्रतिष्ठान के कम से कम 25 परिसरों की तलाशी ली। एजेंसी के दलों ने दिल्ली के ओखला क्षेत्र में एक कार्यालय पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में छापा मारा। अल फलाह विश्वविद्यालय हरियाणा में फरीदाबाद जिले के धौज क्षेत्र में स्थित है और यह एक मेडिकल कॉलेज-सह-अस्पताल है।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह कार्रवाई वित्तीय अनियमितताओं, फर्जी कंपनियों, आवास संस्थाओं के इस्तेमाल और धन शोधन की चल रही जांच का हिस्सा है। अल फलाह ट्रस्ट और संबंधित संस्थाओं की भूमिका की जांच की जा रही है।’’ अधिकारी ने बताया कि ट्रस्ट और विश्वविद्यालय के वित्त और प्रशासन की देखरेख करने वाले प्रमुख कर्मियों के खिलाफ भी छापे मारे गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, समूह से जुड़ी कम से कम नौ फर्जी कंपनियां ईडी की जांच के दायरे में हैं। ये कंपनियां एक ही पते पर पंजीकृत पाई गई हैं।
दिल्ली में लाल किले के निकट 10 नवंबर को हुए विस्फोट में 15 लोग मारे गए। विस्फोट में विश्वविद्यालय और कश्मीर से जुड़े कई चिकित्सकों की भूमिका आतंकवाद निरोधी जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में है। ईडी ने इस मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी का संज्ञान लिया है। अब तक एनआईए ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी का कथित करीबी सहयोगी बताया जा रहा है।
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