दिल्ली में सांस पर संकट: कांग्रेस का BJP सरकार पर तंज, कहा- वायु प्रदूषण पर चर्चा के लिए सरकार के पास समय नहीं
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "मैंने पूरे देश और देश की सरकार का ध्यान वायु प्रदूषण की ओर आकर्षित करने के लिए मास्क लगाया था। शीतकालीन सत्र अब समापन की ओर बढ़ा है लेकिन सरकार को एक मिनट भी नहीं मिला वायु प्रदूषण पर चर्चा करने का।

दिल्ली में वायु प्रदूषण से हालात काफी गंभीर हो चुके हैं। इस बीच कांग्रेस सांसद ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "मैंने पूरे देश और देश की सरकार का ध्यान वायु प्रदूषण की ओर आकर्षित करने के लिए मास्क लगाया था। शीतकालीन सत्र अब समापन की ओर बढ़ा है लेकिन सरकार को एक मिनट भी नहीं मिला वायु प्रदूषण पर चर्चा करने का। इस देश की समस्याओं की चर्चा इस सदन में नहीं होगी तो कहां होगी?
उन्होंने आगे कहा कि एक योजना देश के सामने आनी चाहिए कि प्रदूषण का रोकथाम कैसे किया जाएगा। दीर्घकालीन रोडमैप बनाकर योजनाबद्ध तरीके से इसका समाधान हो, उसकी चर्चा सदन में करवानी चाहिए जो सरकार को करना चाहिए था। यह दिल्ली सरकार का विषय नहीं है ये विषय केंद्र सरकार के अंतर्गत है और सभी प्रदेश इससे प्रभावित हैं।"
दिल्ली के किन इलाकों में खतरनाक AQI
दिल्ली के नेहरू नगर में 360, नरेला में 342, ओखला फेज-2 में 337, पटपड़गंज में 331 और नजफगढ़ में 301 एक्यूआई दर्ज किया गया। श्री अरबिंदो मार्ग पर एक्यूआई 312 और नॉर्थ कैंपस, डीयू क्षेत्र में 319 दर्ज किया गया। एनसीआर के अन्य शहरों की स्थिति भी कुछ खास बेहतर नहीं है।
GRAP स्टेज-IV लागू, निर्माण कार्यों पर पूरी तरह ब्रेक
लगातार बिगड़ती हवा को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पूरे एनसीआर में ग्रैप (GRAP) का चौथा चरण यानी स्टेज-IV लागू कर दिया है। इसके तहत प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। आयोग ने NCR पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए।
ग्रैप-4 के लागू होते ही दिल्ली में सभी तरह के निर्माण कार्यों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सड़कों, फ्लाईओवर, इमारतों और अन्य परियोजनाओं से जुड़े कंस्ट्रक्शन वर्क फिलहाल बंद रहेंगे, ताकि धूल और प्रदूषण को और बढ़ने से रोका जा सके।