दिल्ली: दिवाली के दूसरे दिन भी सांस लेना दूभर, खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण, ट्रकों की प्रवेश पर लगी रोक

दिल्ली में दिवाली के बाद से बढ़ा प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है और ये एक बार फिर से बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। आज सुबह भी जब लोग घरों से बाहर निकले तो चारों तरफ धुंध छाई थी। प्रदूषण के कारण विजिबिलिटी बेहद कम है।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

दिवाली के लगभग 48 घंटे बाद भी दिल्ली के हालात नहीं सुधरे हैं। राजधानी में शुक्रवार सुबह भी प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर स्तर पर रहा और यहां वायु गुणवत्ता 'खतरनाक' श्रेणी की रही। आज सुबह करीब 7 बजे आनंद विहार इलाके में पीएम 10 का लेवल 585 रहा, वहीं पीएम 10 का लेवल यूएस एम्बेसी के आसपास के इलाके में 567 और आरके पुरम में 343 मापा गया। जो कि एयर क्वालिटी इंडेक्स पर ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है।

नॉर्थ दिल्ली एमसीडी ने दिल्ली विश्वविधालय और उसके आस-पास के इलाके में पेड़ों पर पानी का छिड़काव किया है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए और पेड़ो के उपर जमी धूल को हटाने के लिए नॉर्थ एमसीडी इस काम में लगी हुई है।

बढ़े प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली में तीन दिनों के लिए ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। दिल्ली में गुरुवार रात 11 बजे से तीन दिनों तक माल ढुलाई करने वाले भारी और मध्यम श्रेणी के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने प्रतिबंध के सिलसिले में एक अधिसूचना जारी की है।

गौरतलब है कि पिछले साल की बुरी हालत को देखते हुए इस बार सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखे फोड़ने को लेकर सख्त दिशानिर्देश जारी किए थे। बावजूद इसके राजधानी दिल्ली में जमकर पटाखे फोड़े गए जिसके बाद हवा की क्वालिटी लगातार खराब बनी हुई हैं। लोगों ने बुधवार की देर रात तक पटाखे जलाए, जिससे गुरुवार की सुबह इलाके में गहरा धुंध छा गया और हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई और लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया। ताजा आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर का अधिकांश हिस्सा अत्यधिक खराब हवा की गुणवत्ता से जूझ रहा है।

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