दिल्ली में सांसों पर संकट बरकरार, आज भी कई इलाकों में AQI 400 के पार, घुट रहा है दम

सुबह 6 बजे तक आनंद विहार में AQI 415 और अशोक विहार में 417 दर्ज किया गया। बवाना में यह 399, जबकि बुराड़ी में 377 रहा। चांदनी चौक का AQI 388 रिकॉर्ड किया गया।

फोटो:विपिन
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नवजीवन डेस्क

देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह एक बार फिर जहरीली धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। शहर के कई इलाकों में स्मॉग की मोटी चादर देखने को मिली, जिससे न सिर्फ हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हुई बल्कि आम जनजीवन पर भी असर साफ नजर आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई हिस्सों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘गंभीर’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है।

ITO से लेकर आनंद विहार तक हालात गंभीर

CPCB के अनुसार, आईटीओ इलाके में AQI 401 दर्ज किया गया, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है। वहीं सराय काले खां क्षेत्र में जहरीली धुंध की मोटी परत छाई रही और यहां AQI 359 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बहुत खराब’ स्थिति को दर्शाता है।

सुबह 6 बजे तक आनंद विहार में AQI 415 और अशोक विहार में 417 दर्ज किया गया। बवाना में यह 399, जबकि बुराड़ी में 377 रहा। चांदनी चौक का AQI 388 रिकॉर्ड किया गया।


एयरपोर्ट समेत कई रिहायशी इलाकों में बिगड़ी हवा

दिल्ली के अन्य इलाकों की बात करें तो द्वारका में AQI 393, आईजीआई एयरपोर्ट पर 328, लोदी रोड पर 343 और मंदिर मार्ग पर 350 दर्ज किया गया। नजफगढ़ में AQI 349, नरेला में 387 रहा।

नेहरू नगर (लाजपत नगर क्षेत्र) में स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक रही, जहां AQI 420 दर्ज किया गया। इसके अलावा ओखला में 400, पंजाबी बाग में 412, आर.के. पुरम में 399 और वजीरपुर में AQI 434 रिकॉर्ड किया गया, जो बेहद गंभीर स्तर माना जाता है।

3 दिन से लगातार 'गंभीर' श्रेणी में AQI

दिल्ली में बीते तीन दिनों से हवा की गुणवत्ता लगातार ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। मंगलवार सुबह दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 378 दर्ज किया गया, जिसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है।

सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में वजीरपुर, जहांगीरपुरी, मुंडका, नेहरू नगर, सीरी फोर्ट, आईटीओ, आनंद विहार और पंजाबी बाग शामिल हैं, जहां AQI 400 के पार पहुंच चुका है।


लोगों की सेहत पर बढ़ता खतरा

विशेषज्ञों के मुताबिक, इस स्तर की हवा लंबे समय तक रहने पर बच्चों, बुजुर्गों और सांस व दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। घनी धुंध के चलते दृश्यता भी कम हो गई है, जिससे सड़क यातायात और दैनिक गतिविधियों पर असर पड़ रहा है।

दिल्ली में बिगड़ती वायु गुणवत्ता एक बार फिर यह संकेत दे रही है कि प्रदूषण अब केवल मौसमी समस्या नहीं, बल्कि लगातार गहराता संकट बन चुका है, जिससे निपटने के लिए ठोस और प्रभावी कदमों की जरूरत है।

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