मणिपुर में नए सिरे से चुनाव की मांग, कांग्रेस सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका बोले- शांति-भाईचारे की बहाली के लिए है जरूरी

उलाका ने कहा कि 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगियों के पास 55 विधायक होने के बावजूद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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पीटीआई (भाषा)

कांग्रेस सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका ने मणिपुर में नए सिरे से चुनाव की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी राज्य में शांति और भाईचारे की वापसी चाहती है। वह इंफाल में 'वोट चोर, गद्दी चोर' की राज्य स्तरीय रैली को संबोधित कर रहे थे।

कांग्रेस के मणिपुर मामलों के प्रभारी उलाका ने कहा, "हम यहां यह रैली इसलिए कर रहे हैं ताकि आपको पता चले कि देश में क्या हो रहा है। कांग्रेस पार्टी, हमारे नेता राहुल गांधी यह सुनिश्चित करेंगे कि संविधान में निहित लोकतंत्र की रक्षा हो।"

उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे कई बार मणिपुर का दौरा कर चुके हैं। कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यह बयान चाहती है कि वह मणिपुर कब आएंगे और मणिपुर पर वह चुप क्यों है?

उलाका ने कहा कि 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगियों के पास 55 विधायक होने के बावजूद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।


उन्होंने कहा, "हमारी मांग सरल है। हम मणिपुर में नए सिरे से चुनाव चाहते हैं, जहां लोग अपनी सरकार चुनेंगे और मुद्दों का समाधान करेंगे। फिलहाल कोई समाधान नहीं है, कोई शांति नहीं है। हम मणिपुर के साथ खड़े रहेंगे और राज्य में शांति और भाईचारा वापस लाना सुनिश्चित करेंगे।"

उन्होंने यह भी कहा, "हम 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। हम दस करोड़ हस्ताक्षर एकत्र करेंगे, जिन्हें हम भारत के राष्ट्रपति या निर्वाचन आयोग को देंगे।"

इससे पहले, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव क्रिस्टोफर तिलक ने दावा किया कि देश में संविधान का सबसे अधिक उल्लंघन मणिपुर में हुआ है। मणिपुर में इस साल फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है।

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