भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उठी अंकिता के लिए इंसाफ की मांग, 'बीजेपी से बेटी बचाओ' की गूंजी आवाज

उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड में बीजेपी नेता विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य और उसके दो साथी आरोपी हैं। इस मामले में विपक्ष लगातार बीजेपी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है और अंकिता के लिए इंसाफ मांग रहा है।

 फोटोः नवजीवन
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इन दिनों केरल से गुजर रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आज उत्तराखंड की अंकिता भंडारी के लिए इंसाफ की मांग उठी। राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल लोग अंकिता के लिए इंसाफ की मांग वाले प्लेकार्ड लिए हुए थे, जिन पर ‘बीजेपी से बेटी बचाओ, अंकिता को न्याय दो, भारत की महिलाओं के साथ न्याय करो जैसे नारे लिखे हुए थे।

इससे पहले अंकिता हत्याकांड को लेकर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बेटी बचाओं का नारा दे रहे हैं और बीजेपी बलात्कारियों को बचा रही है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि “प्रधानमंत्री का नारा- बेटी बचाओ भाजपा के कर्म- बलात्कारी बचाओ। ये भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनकी विरासत होगी- सिर्फ़ भाषण, झूठे और खोखले भाषण। इनका शासन तो अपराधियों को समर्पित है। अब भारत चुप नहीं बैठेगा।”


अंकिता हत्याकांड को लेकर विपक्ष लगातार बीजेपी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही राहुल गांधी भी लगातार अंकिता के लिए आवाज उठा रहे हैं और बीजेपी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में लड़कियों पर अत्याचार के खिलाफ सरकार पर निशाना साधते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा कि मुरादाबाद और उत्तराखंड में युवतियों के साथ जो घटनाएं हुई हैं, उसने सबका दिल दहला दिया है। भारत जोड़ो यात्रा में, मैं कई प्रतिभाशाली बच्चियों और युवतियों से मिल रहा हूं। उन्हें सुन रहा हूं। एक बात साफ है, हमारा भारत तब ही आगे बढ़ेगा, जब देश की महिलाएं सुरक्षित होंगी।

बता दें कि उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी नाम की एक लड़की की बीते दिनों हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप रिजॉर्ट के मालिक और बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य और उसके दो साथियों पर लगा है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस मामले में पुलिस पर जांच में लापरवाही और मामले की लीपापोती की कोशिश के आरोप लग रहे हैं। विपक्ष लगातार बीजेपी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है और अंकिता के लिए इंसाफ मांग रहा है। वहीं पूरे उत्तराखंड में इस घटना को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है।

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