देवघर रोपवे हादसा: 20 लोगों को बचाया गया, 28 की जान अभी भी हवा में अटकी, निकालने की कोशिश जारी

रविवार शाम 6 बजे देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे का एक तार टूट जाने से यह हादसा हुआ। हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद एक दर्जन ट्रॉलियों में 48 लोग फंस गए। इन लोगों ने पूरी रात ट्रॉली पर ही गुजारी।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

झारखंड के देवघर के त्रिकुट पहाड़ पर रोपवे हादसे के बाद ट्रॉलियों में लटके 48 में से 20 लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। वायु सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं। सेना के जवान हेलिकॉप्टर से रस्सियों के सहारे लटककर ट्रॉलियों से एक-एक कर लोगों को बाहर निकालने में जुटे रहे।

रोपवे हादसे में एक महिला की मौत हुई है, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज देवघर के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। रविवार शाम करीब छह बजे हुए इस हादसे के बाद एक दर्जन ट्रॉलियों में 48 लोग फंस गये। इन लोगों ने पूरी रात ट्रॉली पर ही गुजारी। कुछ लोगों को रविवार को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से ट्रॉलियों से नीचे उतारने में सफलता मिली थी। रात होने की वजह से रविवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोक देना पड़ा।

सोमवार सुबह सेना के हेलिकॉप्टरों के जरिए लोगों को निकालने का अभियान शुरू हुआ, लेकिन रोपवे के तारों की वजह से काफी मुश्किलें आ रही हैं। ट्रॉलियों में फंसे लोगों तक ड्रोन के जरिए बिस्किट और पानी के पैकेट पहुंचाए गए हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर जिला स्थित त्रिकूट पर्वत के रोपवे का तार टूटने से हुए हादसे पर गहरा दुख जताया है। रांची एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस हादसे के बाद युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और बचाव दल के द्वारा लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास किया जा रहा है। घटना पर सरकार की पूरी नजर है।


सोमवार को झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता, पर्यटन मंत्री हफीजुल अंसारी भी मौके पर पहुंचे हैं। स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे, जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री सहित कई आला अधिकारी रविवार शाम से ही घटनास्थल पर मौजूद रहे। रविवार शाम लगभग 6 बजे देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे का एक तार टूट जाने की वजह से यह हादसा हुआ।

इस हादसे की वजह से मरने वाली महिला की पहचान सुरा गांव निवासी 40 वर्षीया महिला सुमति देवी के रूप में हुई है। घायलों में असम के कोकराझार निवासी भूपेंद्र वर्मा और उसकी पत्नी दीपा वर्मा, जामताड़ा जिला के करमाटांड़ निवासी रूपा कुमारी, सोनी देवी, गिरिडीह के करमाटांड़ निवासी गोविंद भगत, बिहार के दरभंगा अंतर्गत लहरियासराय निवासी खुशबू रानी, सुधा रानी और एक बालक शामिल है।

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