मेरठ SP के वीडियो पर दो हिस्सों में बंटी BJP, डिप्टी सीएम ने SP का किया बचाव, नकवी ने की कार्रवाई की मांग

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एसपी सिटी ने सभी मुसलमानों के लिए यह नहीं कहा, लेकिन शायद जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे, उन्होंने पथराव किया। ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के लिए एसपी शहर का बयान गलत नहीं है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एसपी सिटी ने जिस तरह के शब्दों का का इस्तेमाल किया था, उसकी पूरे देश में निंदा हो रही है। विपक्षी पार्टियों ने एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यहां तक के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तक ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश सरकार एसपी सिटी के बयान का समर्थन किया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मेरठ के एसपी सिटी का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि एसपी का बयान गलत नहीं है।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “उन्होंने (एसपी सिटी ने) सभी मुसलमानों के लिए यह नहीं कहा, लेकिन शायद जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे, उन्होंने पथराव किया। ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के लिए एसपी शहर का बयान गलत नहीं है।”

केशव प्रसाद मौर्य का बयान ऐसे समय में आया है, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी खुद एसपी सिटी के बयान की निंदा करने के साथ कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। नकवी ने कहा, “अगर यह सच है कि एसपी ने वीडियो में यह बयान दिया है, तो यह निंदनीय है। उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। किसी भी स्तर पर हिंसा, पुलिस द्वारा हो या भीड़ द्वारा यह अस्वीकार्य है। यह लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता। पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो निर्दोष हैं, वे पीड़ित न हों।”


मुख्तार अब्बास नकवी से पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने एसपी सिटी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी अर्थात CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण।”

मायावती ने आगे कहा, “ऐसे सभी पुलिस कर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरंत नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। बीएसपी की यह मांग है।”

गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का एक वीडियो सामने आया था। यह वीडियो 20 दिसंबर का है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों से एसपी सिटी यह कह रहे हैं जो लोग काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं वह पाकिस्तान चले जाएं। सिटी एसपी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है , “खाओगे कहीं का और गाओगे कहीं का, आपके फोटो ले लिए गए हैं, लोगों की पहचान हो गई है, गली में कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे।”

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