DGCA ने इंडिगो की फ्लाइट के शेड्यूल में की 5 फीसदी की कटौती, कम हुईं 115 डेली फ्लाइट
DGCA ने इंडिगो के दैनिक फ्लाइट शेड्यूल में 5 फीसदी कटौती की है। अब कंपनी को करीब 115 फ्लाइटें कम करनी पड़ेंगी। कंपनी औसतन रोज करीब 2,300 उड़ानें संचालित करती है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो की दैनिक उड़ानों में 5 फीसदी की कटौती का आदेश दिया है। कंपनी औसतन रोज करीब 2,300 उड़ानें संचालित करती है, इसलिए अब कंपनी को करीब 115 फ्लाइटें कम करनी पड़ेंगी। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, यह तय किया जा रहा है कि किन रूटों पर कटौती का असर कम से कम पड़े। आने वाले दिनों में यह भी संभव है कि 5 फीसदी की एक और कटौती लागू हो, जो इस बात पर निर्भर करेगी कि एयरलाइन अपनी शेड्यूल्ड उड़ानों को कितनी नियमितता से चला पाती है।
इंडिगो का गर्मियों का घरेलू शेड्यूल 14,158 साप्ताहिक उड़ानों का था। सर्दियों का शेड्यूल 26 अक्टूबर से लागू हुआ और इसमें उड़ानों की संख्या बढ़ाकर 15,014 प्रतिदिन कर दी गई। उसी समय 1 नवंबर से नई उड़ान ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) व्यवस्था लागू हुई, जिसमें पायलटों की आवश्यकता बढ़ जाती है। इंडिगो न तो पायलट उपलब्धता के अनुरूप अपनी तैयारी कर पाया और न ही दैनिक उड़ानों में हुई 6 फीसदी बढ़ोतरी को संतुलित कर पाया। नवंबर में मामूली कैंसलेशन हुए, लेकिन दिसंबर के पहले हफ्ते तक यह समस्या तेजी से बढ़ी और रोजाना सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
इसके उलट एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के सर्दियों के घरेलू शेड्यूल में क्रमशः 0.8% और 6% की कमी दर्ज हुई। देश के दूसरे सबसे बड़े एयरलाइन ग्रुप की साप्ताहिक घरेलू उड़ानें भी गर्मियों से 7,685 से घटकर 7,448 हो गईं। अकासा एयर का साप्ताहिक आंकड़ा भी 5.7% घटा। वहीं, स्पाइसजेट, जो संचालन बढ़ाने की प्रक्रिया में है, उसकी उड़ानें 1,240 से बढ़कर 1,568 हो गईं, यानी 26 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
अब सवाल मंत्रालय और उड्डयन नियामक से पूछे जा रहे हैं कि इंडिगो को अधिक उड़ानें क्यों मंजूर की गईं, जबकि यह देखा जा सकता था कि नई FDTL व्यवस्था लागू होने के बाद क्रू की उपलब्धता चुनौती बन सकती है। फिलहाल FDTL फेज-II नियमों को इंडिगो के A320 बेड़े के लिए 10 फरवरी 2026 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। उड्डयन मंत्रालय का कहना है कि एयरलाइन के खिलाफ आवश्यक और उदाहरण पेश करने वाली कार्रवाई की जाएगी।
इंडिगो ने अपने बयान में कहा है कि यह संकट अचानक और कई कारकों के एक साथ आने से पैदा हुआ। इनके अनुसार, कुछ तकनीकी गड़बड़ियां, सर्दियों के शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम से बढ़ी हवाई यातायात प्रणाली में भीड़, और 1 नवंबर से लागू हुए बदले हुए क्रू रोस्टरिंग नियम, इन सभी का संयुक्त असर पड़ा और उड़ान संचालन बाधित हुआ।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia