पेटीएम डेटा चोरी: इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की मदद से खुला ब्लैकमेल का राज़ !

पेटीएम सीईओ और कंपनी का डेटा चोरी कर रंगदारी मांगने का मामला इज़रायल की खुफिया एजेंसी की मदद से सुलझाया गया। इसके बाद ही इस ब्लैकमेलिंग के तार पेटीएम सीईओ की सेक्रेटरी तक पहुंचे और राज फाश हो गया।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पेटीएम से ग्राहकों और कंपनी के सीईओ का निजी डेटा चोरी करने के मामले में जानकारी सामने आई है कि इसका खुलासा इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की मदद से हुआ है। एक हिंदी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक जब कंपनी के मालिक विजय शेखर और उनके भाई के पास रंगदारी के लिए फोने आने लगे तो उन्होंने इन नंबरों को इज़रायल में अपने कुछ कस्टमर और क्लाइंट्स को भेजा। ये नंबर या तो व्हाट्सऐप नंबर थे या फिर वर्चुअल।

बताया जा रहा है कि कंपनी के कुछ कस्टमर और क्लाइंट्स ने इन नंबरों को इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद से शेयर किया। मोसाद ने इन नंबरों को डीकोड किया और इसका स्त्रोत उन्हें कोलकाता में मिला। और इस तरह फोन करने वाले शख्स का नाम रोहित चोमल के रूप में सामने आया।

इसके बाद नोएडा पुलिस ने रोहित और उसके नेटवर्क की जांच शुरु की। इसी जांच के दौरान रोहित के पेटीएम में वाइस प्रेसीडेंट और कंपनी के मालिक विजय शेखर की सेक्रेटरी के तौर पर काम कर रही सोनिया धवन का नाम सामने आया। पुलिस ने इसके बाद सोनिया के कॉल डिटेल के आधार पर उसके पति रूपक जैन और पेटीएम के एक और कर्मचारी देवेंद्र को इस मामले में शामिल पाया। इसके बाद पुलिस ने सोनिया धवन, उसके पति रूपक जैन और पेटीएम के कर्मचारी देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।

मंगलवार को पुलिस ने तीनों को जिला अदालत में पेश किया गया जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लुक्सर जेल भेज दिया गया है। वहीं, पुलिस टीम मामले में चौथे आरोपी रोहित की तलाश कर रही है।

पुलिस जांच में पता चला है कि देवेंद्र पेटीएम में सोनिया धवन का बहुत खास था। वह कंपनी के एडमिन में काम कर चुका है। नोएडा पुलिस ने मंगलवार को देवेंद्र के घर से एक हार्ड डिस्क बरामद की है। पुलिस के मुताबिक इस हार्ड डिस्क में सीक्रेट डेटा है जो सोनिया ने दिया था और इसी के आधार पर ब्लैकमेल या रंगदारी की कोशिश की जा रही थी।

सोनिया ने यह डाटा अपने आईफोन 7 और लैपटॉप से दिए। इनका पासवर्ड कंपनी के एमडी विजय शेखर और सोनिया के पास होता था। सोनिया दो साल से डाटा इकट्ठा करने का काम कर रही थी। उसके मन में काफी पहले से ही ब्लैकमेल करने की योजना थी। पुलिस अब इन आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। इसके बाद कई अहम तथ्यों का खुलासा होगा।

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