उत्तर प्रदेश में क्वारंटीन सेंटर से भागा डॉक्टर, पुलिस ने खदेड़कर पकड़ा, हो सकती है एफआईआर

डॉक्टर के भागने की घटना पर जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा ने कहा कि जो कोई भी क्वारंटीन सेंटर से भागता है उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन में डॉक्टर अगर नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें भी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक क्वारंटीन सेंटर से एक सरकारी डॉक्टर साहब के भागने की कोशिश से हड़कंप मच गया है। हालांकि, सेंटर से भाग रहे डॉक्टर साहब को पुलिसकर्मियों ने खदेड़कर पकड़ लिया और उन्हें वापस क्वारंटीन सेंटर ले आए। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर को एक कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद क्वारंटीन में रखा गया था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे घटना के एक वीडियो में पुलिसकर्मी डॉक्टर को आवाज लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिसके डॉक्टर ने पुलिस की पुकार को अनसुना कर फरार होने के लिए दौड़ना शुरू कर दिया। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने थोड़ी देर पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया और उसे वापस क्वारंटीन सेंटर लाया गया, जहां उन्हें अन्य डॉक्टरों के साथ रखा गया है।

ये सभी डॉक्टर अस्पताल में ही सेल्फ-क्वारंटीन में हैं क्योंकि उन्होंने क्वारंटीन सेंटर जाने से मना कर दिया था। ये सभी वृंदावन के जिला संयुक्त अस्पताल के हैं, जिसे कोविड-19 रोगी की मौत के बाद सोमवार रात को सील कर दिया गया था। इन डॉक्टरों की पहचान उन लोगों के रूप में हुई है, जो कोरोना से मरे शख्स के संपर्क में आए थे।

इसके अलावा, अस्पताल की नर्सों सहित 13 स्वास्थ्यकर्मियों को भी कृष्णा कुटीर केंद्र में भर्ती रोगी के संपर्क में आने वालों के रूप में पहचान हुई है, लेकिन वे सभी बुधवार की रात को ही वहां से कहीं चले गए हैं। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा से भागे कर्मचारियों के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है और उनका पता लगाने के प्रयास जारी हैं।

डॉक्टर के भागने की घटना पर जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा ने कहा कि जो कोई भी क्वारंटीन सेंटर से भागता है उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन में डॉक्टर अगर नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें भी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। मिश्रा ने यह भी कहा कि भागे 13 स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मथुरा खंड ने स्वास्थ्यकर्मियों के क्वारंटीन से भागने और पुलिसकर्मियों के साथ सहयोग न करने की निंदा की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चौहान ने कहा, "चिकित्सा पेशेवर समाज को जोखिम में डालकर इतने अनैतिक और गैरजिम्मेदार नहीं हो सकते हैं।"

(आएएनएस के इनपुट के साथ)

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia